हरियाणा में एक लड़की का कथित रूप से पीछा करने के आरोप में शनिवार(5 अगस्त) को हरियाणा में बीजेपी अध्यक्ष सुभाष बराला के बेटे समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया गया, लेकिन कुछ देर बाद ही दोनों को जमानत पर छोड़ दिया गया है। इस घटना के बाद बीजेपी चौतरफा घिरती दिखाई दे रही है, देश भर में इस घटना की निंदा हो रही है। विपक्षी पार्टियों के साथ-साथ अब पार्टी के अंदर से ही आवाजें उठनी शुरू हो गई हैं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, हरियाणा बीजेपी के उपाध्यक्ष रामवीर भट्टी ने एक विवादित बयान देकर मामले को और गर्म कर दिया है। रामवीर भट्टी ने पीड़िता पर ही सवाल खड़े करते हुए कहा था कि, “वो लड़की इतनी रात को क्यों घूम रही थी? लड़की को 12 बजे के बाहर नहीं घूमना चाहिए था।” साथ ही भट्टी ने ये भी कहा था कि माहौल सही नहीं है और हमें अपनी रक्षा खुद करनी पड़ती है, लड़की को इतनी रात बाहर नहीं घूमना चाहिए था।
एनडीटीवी(NDTV) से बात करते हुए रामवीर भट्टी के इस सवाल का करारा जवाब देते हुए पीड़िता ने कहा कि, “यह पूछना उनका काम नहीं है। यह निर्धारित करना मेरा और मेरे परिवार का काम है कि मैं क्या करूं और कहां जाऊं, यदि इस तरह के लोग समाज में न होते तो मैं असुरक्षित नहीं होती फिर चाहे रात के 12 बजे होते या चार बजे होते।
साथ ही पीड़िता ने आगे कहा कि, “यदि ये रात को होता है तो मेरी गलती है? मुझ पर क्यों सवाल उठाए जा रहे हैं? मुझ पर हमला हुआ है लेकिन पूछताछ आरोपियों से नहीं की जा रही है।”
बीजेपी सांसद ने सुभाष बराला का मांगा इस्तीफा
वहीं, स्वामी के अलावा बीजेपी सांसद राज कुमार सैनी ने कहा है कि चंडीगढ़ में कथित तौर पर हुई घटना में अपने बेटे की गिरफ्तारी के बाद हरियाणा बीजेपी अध्यक्ष सुभाष बराला को नैतिक आधार पर अपना पद छोड़ देना चाहिए था। उन्होंने कहा कि नशे में ड्राइविंग और एक महिला का पीछा करना एक गंभीर अपराध है।
जानिए क्या है पूरा मामला?
दरअसल, हरियाणा में एक आईएएस अधिकारी की बेटी ने हरियाणा बीजेपी अध्यक्ष सुभाष बराला के बेटे विकास बराला पर छेड़छाड़ और पीछा करने का आरोप लगाया है। लड़की का आरोप है कि विकास बराला और उसका दोस्त आशीष कुमार एक पेट्रोल पंप से ही उनकी कार का पीछा कर रहे थे और कार का दरवाजा खोलने की कोशिश की। पीड़ित लड़की का आरोप है कि उसके द्वारा कई बार फोन करने पर पुलिस वहां पहुंची और दोनों लड़कों को गिरफ्तार कर लिया।
मगर गिरफ्तारी के कुछ घंटों बाद ही उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया। पीड़ित लड़की और उसके पिता (वरिष्ठ आईएएस) ने अपने फेसबुक पर पूरी घटना का ब्योरा पोस्ट किया है। अपनी फेसबुक पोस्ट में पीड़ित युवती ने लिखा, ‘ऐसा लग रहा है कि मैं सौभाग्यशाली हूं कि मैं आम आदमी की बेटी नहीं हूं… मैं इसलिए भी खुशकिस्मत हूं कि न तो मेरा रेप हुआ और न ही मैं मरी हुई पाई गई।’