उत्तर प्रदेश में जब से योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री बने हैं, उनके लिए सबसे बड़ी चुनौती राज्य में बिगड़े कानून-व्यवस्था को दुरुस्त करना है। क्योंकि आए दिन महिलाओं के साथ छेड़छाड़ और बलात्कार की घटनाएं सामने आ रही हैं। योगी सरकार राज्य में महिलाओं की सुरक्षा के लिए तमाम दावे करती है लेकिन जब रक्षक ही भक्षक बन जाएं तो इससे शर्मनाक बात क्या हो सकती है।
जिसका ताजा मामला मथुरा से सामने आया है, मथुरा में सिपाही और दरोगा ने नाबालिग के साथ रेप कर घिनौनी वारदात को अंजाम दिया है। आरोप है कि पुलिस के दरोगा और एक सिपाही ने मिलकर मासूम को नशीला पदार्थ खिलाकर उसके साथ कथिततौर पर बलात्कार किया।
इसके बाद आरोपी दरोगा और सिपाही ने नाबालिग को उसके परिवार को बदनाम करने की धमकी दी, दोनों पीड़िता के घर किराए पर रहते थे। पीड़िता कई दिनों से न्याय की गुहार के लिए पुलिस अधिकारियों के चक्कर लगा रही थी।
Mathura: Minor girl allegedly raped by 2 Policemen who stayed as tenants at her house; investigation underway. pic.twitter.com/3iBvBvcQm1
— ANI UP (@ANINewsUP) September 27, 2017
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, गोविंदनगर क्षेत्र के लालदरवाजे पर निरंजनदास के मकान में पीआरवी 100 पर तैनात दरोगा रमाकांत पांडेय और सिपाही प्रवीन उपाध्याय कई महीनों से किराए पर रह रहे थे।
निरंजनदास की 14 वर्षीय पुत्री आरती मकान में अकेली रहती थी। ख़बरों के मुताबिक, निरंजनदास के जाते ही दरोगा और सिपाही उसके साथ छेड़छाड़ करते रहते थे।
विरोध करने पर मां-बाप को झूठे मामले में जेल भेजने की धमकी देते थे। सिपाही ने 20 सितंबर को आरती को फोन किया और एक होटल में आने को कहा। आरती अपनी छोटी बहन के साथ गोविंदनगर थाना क्षेत्र के होटल में गई, जहां आरती के साथ दरोगा और सिपाही ने बलात्कार किया।
पीड़ित परिवार न्याय की गुहार के लिए पुलिस अधिकारियों के चक्कर लगाता रहा, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। जब मामला मीडिया में आया तो आनन-फानन में मथुरा के एसएसपी ने कार्रवाई करते हुए सिपाही और दारोगा को लाइन हाजिर कर जांच के आदेश दे दिए है।
जिसके बाद अब पीड़ित परिवार को न्याय की उम्मीद जागी है। इस घटना ने एक बार फिर से यूपी पुलिस के कारनामें ने पूरे महकमें को शर्मसार कर दिया है।