हमेशा अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहने वाले केंद्रिय फिल्म प्रमाणन बोर्ड(सीबीएफसी) के पूर्व अध्यक्ष ‘संस्कारी’ पहलाज निहलानी एक बार से सुर्खियों में आ गए है। सेंसर चीफ के पद से बर्खास्त किए जाने के बाद वह गर्मागर्म दृश्यों से भरपूर ‘जूली-2’ लेकर आ रहे हैं। लेकिन, इसी बीच पहलाज निहलानी ने एक बार फिर से केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी पर हमला बोला है।
दैनिक भास्कर को दिए एक इंटरव्यू में पहलाज निहलानी ने बताया कि जब उन्हें सेंसर बोर्ड से प्रमुख पद से हटाया गया, तब सरकार के साथ उनकी क्या बातचीत हुई। निहलानी ने कहा कि तत्कालीन सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी ने ‘धमाका’ कर दिया। उन्होंने कहा कि ईरानी से पहले दो मंत्री आए लेकिन उनसे किसी को समस्या नहीं हुई। जब स्मृति आईं तो ‘बम ब्लास्ट’ कर दिया।
साथ ही निहलानी ने कहा कि स्मृति जहां जाती हैं, वहां कोई न कोई धमाका कर देती हैं। हालांकि निहलानी ने यह भी कहा कि उन्हें बिना कुछ बताए पद से हटा दिया गया, इस बात का कोई दुख नहीं है। उन्होंने कहा कि ‘जो जिम्मेदारी मुझे दी गई, वह मैंने अच्छे से निभाई। जब तक ये मेरा भाड़े का शरीर है, अच्छी फिल्में बनाता रहूंगा।’
ख़बरों के मुताबिक, निहलानी ने एक बार फिर से पीएम मोदी के समर्थन की बात दोहराई और कहा कि उन्होंने उसे कभी नहीं छिपाया। निहलानी ने कहा कि ‘मुझे मोदीजी की नीतियों में विश्वास था इसलिए मैंने निजी मैनिफेस्टो बनाकर उनका प्रचार किया।’
आपको बता दें कि, यह कोई पहली बार नही है कि पहलाज निहलानी ने स्मृति ईरानी पर हमला बोला हो। इससे पहले यू टयूब चैनल लहरें टीवी(Lehren TV) को दिए एक इंटरव्यू में निहलानी ने स्मृति ईरानी पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया था कि मंत्री के तौर पर अपने पावर का दिखावा करने के लिए उनको हटाने का फैसला लिया गया।
साथ ही उन्होंने कहा था कि, स्मृति ईरानी जिस किसी भी मिनिस्ट्री में गई हैं उन्होंने अपना प्रेजेंस जताने की कोशिश की है, उन्होंने हर जगह डोमिनेट करने की कोशिश की है।