पूर्वी दिल्ली के पांडव नगर इलाके में चार वर्षीय एक बच्ची से कथित तौर पर बलात्कार की कोशिश करने वाले जिस 25 वर्षीय व्यक्ति को भीड़ ने बुरी तरह पीटा था, उसकी शनिवार(10 जून) सुबह अस्पताल में मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि गुरूवार रात व्यक्ति बच्ची को बहला-फुसलाकर सुनसान इलाके में ले गया था। बच्ची की तलाश में आई भीड़ ने आरोपी को पत्थरों और लाठी से बुरी तरह पीटा। जिसके बाद जीटीबी अस्पताल में उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।
पुलिस के अनुसार, 8 जून की रात 4 वर्षीय मासूम अपनी मां के साथ रेहड़ी पर खड़ी हुई थी। इस दौरान मासूम को आरोपी संजय झील की तरफ बहलाकर ले गया। बच्ची की मां उसे तलाशते हुए झील पहुंच गई। यहां आरोपी मासूम के साथ नग्न अवस्था में था। यह देख भीड़ ने आरोपी को पीट-पीटकर अधमरा कर दिया।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने उसे जीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया। जिसके बाद शनिवार सुबह आरोपी की अस्पताल में मौत हो गई। 21 वर्षीय संजय कुमार गिरी उर्फ गोलू के शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है। वहीं, पुलिस के आला अधिकारी इस मामले में आरोपी को किसी भी तरह की चोट लगने की बात से मना करते रहे, वह बोले कि आरोपी को कोई चोट नहीं आई थी।
ऐसे में आरोपी की मौत कैसे हो गई, यह बड़ा सवाल है। हालांकि, इस मामले में संजय को किन-किन लोगों ने पीटा, इस बारे में अभी तक भी कोई जानकारी नहीं मिल सकी है। हिंदुस्तान की रिपोर्ट के मुताबिक, मृतक संजय कुमार परिजनों के साथ शशि गार्डन में रहता था। उसके परिवार में पिता त्रिधुवन, मां और एक बड़ा भाई अजय हैं। संजय मूलरूप से गांव चौबा, जिला बस्ती उत्तर प्रदेश का रहने वाला था।
मृतक के भाई अजय ने बताया कि उन्हें फोन पर मामले की सूचना मिली। गुरुवार रात 11 बजे उनका भाई फेस-2 झुग्गी के पास से पानी भरने निकाला था। वह शनिवार सुबह ही आए हैं, उनका भाई पहले लकड़ी का काम करता था, फिलहाल बेकार था। अजय ने बताया कि संजय ऐसा नहीं था। उन्हें विश्वास नहीं आ रहा है।
वहीं, अज्ञात लोगों के खिलाफ जानलेवा हमले के प्रयास का केस दर्ज हुआ था। इसमें अब गैर इरादतन हत्या की धारा जोड़ी गई है। पुलिस ने शनिवार को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को शव सौंप दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पिटाई के दौरान किसी धारदार हथियार के सुबूत नहीं मिले हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।