देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काले धन और जाली मुद्रा को निशाना बनाने के लिए 500 और 1000 रुपये के बंद का ऐलान किया था। नोटबंदी की घोषणा के के बाद से ही दो हजार के जाली नोट के छपने का सिलसिला भी चालू हो गया।हाल ही में गुजरात पुलिस ने 4.49 करोड़ रुपये के जाली नोट बरामद किए हैं जिसमें ज्यादातर नोट 2000 रुपये के हैं।
जनसत्ता की ख़बर के मुतबिक, पुलिस ने नकली नोट राजकोट में दो अलग-अलग लोकेशन्स से बरामद किए हैं। पुलिस के मुताबिक नए 2000 रुपये के 22,479 नकली नोट जब्त किए गए हैं। वहीं इस मामले में राजकोट में अपना कारोबार चलाने वाले फाइनेंसर केतन दवे को भी गिरफ्तार किया गया है। केतन के खिलाफ नितिन अंजन नाम के एक शख्स ने धोखाधड़ी के मामले में शिकायत दर्ज कराई थी। नितिन ने शिकायत 23 फरवरी 2017 को दर्ज कराई थी।
वहीं पुलिस को इंटेरोगेशन के बाद जानकारी हासिल हुई कि दवे के दफ्तर में भी 57,16,000 रुपये की कीमत के नकली नोट मौजूद हैं। वहीं दवे ने पूछताछ में बताया कि ज्यादातर जाली नोटों को छिपाने के लिए अपनी गाड़ियों का इस्तेमाल करता है। पुलिस को जब दवे कि एक गाड़ी लापता मिली तो शक गहराया और पता चला की दवे की कई सारी गाड़ियां लापता हैं।
पुलिस ने सर्च ऑपरेशन्स चलाए और एक गाड़ी बरामद की गई, गाड़ी से ही पुलिस ने 3.94 करोड़ के जाली नोट बरामद किए। वहीं इस मामले में पुलिस ने 6 लोगों को गिरफ्तार किया है और आगे मामले की जांच में जुट गई है।