मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने रिश्वत लेने वाली BJP महिला नेता को कराया गिरफ्तार

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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कर्मस्थली गोरखपुर में शुक्रवार(20 अक्टूबर) को पुलिस ने भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) की एक महिला नेता को रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है। महिला नेता पर आरोप है कि, मोबाइल चोरी के एक आरोपी युवक को जेल जाने से बचाने के लिए उन्होंने 50 हजार रुपए रिश्वत लिया था।

ख़बरों के मुताबिक, पुलिस ने महिला नेता के घर से 50 हजार रुपए भी बरामद कर लिया है। आरोपी बीजेपी महिला नेता सरिता सिंह गोरखपुर की बीजेपी महिला मोर्चा की महानगर मंत्री हैं। पुलिस ने सरिता सिंह को उनके आवास, कूड़ाघाट से गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि, यह कार्रवाई मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर की गई है।

जानिए क्या है पूरा मामला ?

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बीते 13 अक्टूबर को एसआई राजकुमार ने मोबाइल चोरी के आरोपी हर्षित को कैंट थाना क्षेत्र से पकड़ा था। एचएसओ कैंट मनोज पाठक ने बताया, पूछताछ में मोबाइल छिनैती की 3 वारदातों को हर्षित ने स्वीकार किया था।

हर्षित की मां रीता पाण्डेय ने बेटे को छुड़ाने के लिए पुलिस थाने पहुंची थी, जहां उनकी मुलाकात सरिता सिंह से हुई। यहां उन्होंने 50 हजार रुपए रकम की मांग करते हुए छुड़ाने का आश्वासन दिया था। उसी दिन रीता ने पैसे का इंतजाम कर सरिता को रकम दे दी थी, लेकिन उसके बाद भी हर्षित जेल चला गया।

इसके बाद हर्षित के परिजन तब रकम वापस मांगने लगे लेकिन सरिता सिंह लौटा नहीं रही थी। शुक्रवार को इसी बात की शिकायत लेकर हर्षित के परिजनों ने अपनी पड़ोसी रिश्तेदार प्रभा पाण्डेय के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर शिकायत की।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कार्रवाई के दिए आदेश:

इस पर सीएम ने तत्काल वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को इस मामले में कार्रवाई करने के आदेश दिए। उसके बाद सक्रिय हुई पुलिस ने पीड़ित परिवार से लिखित शिकायत लेकर सरिता सिंह को गिरफ्तार कर लिया। इतना ही नहीं घर से 50 हजार रुपए की रकम भी बरामद कर लिया।

सरिता सिंह को महिला थाना लाया गया जहां उनकी गिरफ्तारी संबंधी औपचारिकताएं पूर्ण की गई। महिला थाना की एसएचओ शालिनी सिंह ने बताया कि सरिता सिंह के खिलाफ आईपीसी की धारा 419, 420 और 406 के अंतर्गत एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है।

एक महिला बीजेपी नेता को भ्रष्टाचार के आरोप में जेल भेजकर सीएम योगी आदित्यनाथ ने करप्शन के खिलाफ अपनी लड़ाई का सबूत दिया है।

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