कर्नाटक बीजेपी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बी.एस.येदुरप्पा पर दलित के घर खाना खाने का ढोंग के आरोप का मामला सामने आया था। यह बात तब खुली जब पता चला कि खाना एक पास के होटल से मंगाकर लाया गया था न कि दलित के घर में बना था। लेकिन उसके बाद अब अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी मोदी सरकार की तीन साल की उपलब्धियों का प्रचार करने के लिए सोमवार (12 जून) को झारखंड पहुंचे थे। नकवी ने इस यात्रा के दौरान भारतीय जनता पार्टी के एक आदिवासी कार्यकर्ता के घर खाना खाया। लेकिन जो खाना उन्होंने खाया वो आदिवासी के घर नहीं पका, बल्कि बाहर से लाया गया था।
photo- दैनिक भास्करमीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जमशेदपुर के निकट स्थित हिरणपुर के रहने वाले आदिवासी भाजपा कार्यकर्ता अमीन सोरेन के घर जब जब नकवी भोजन के लिए पहुंचे तो उनके आने से करीब एक घंटा पहले पंडाल, जेनरेटर और पंखा इत्यादि लगवाया गया। ख़बरों के अनुसार, नकवी दोपहर तीन बजे दोपहर के भोज के लिए पहुंचने वाले थे, नकवी एवं अन्य मेहमानों की मेजबानी के लिए सोरेन के घर कुर्सियां भी मंगवाई गई थीं।
दैनिक भास्कर की ख़बर के मुताबिक, नकवी के पहुंचे से ठीक एक घंटे पहले अमीन के घर एक पिकअप वैन से तैयार खाना पहुंच गया और यही खाना नकवी समेत प्रदेश बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष हेमलाल मुर्मू और प्रदेश महामंत्री अनंत ओझा ने खाया।
ख़बरों के अनुसार, भाजपा कार्यकर्ता ने नमक तक बाहर से मंगाया गया था सभी नेताओं ने खाना हाथ से बनी पत्तल पर खाया था। वहीं, रिपोर्ट के अनुसार अमीन ने कहा कि मंत्री के लिए बाहर से खाना बनकर आया था, लेकिन इसकी तैयारी उन्होंने खुद की थी। वहीं नकवी ने कहा कि गरीबों के घर खाना खाने का मकसद सरकार का गरीबों के दरवाजे पर पहुंचना है।
बता दें कि, इससे पहले गुजरात के दौरे पर गए भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने देवलिया गांव में एक आदिवासी परिवार के घर पर खाना खाया था। लेकिन इसमें खास बात यह थी की अमित शाह के पहुंचने से पहले ही आदिवासी परिवार के घर LPG सिलेंडर और स्टोव और घर पर नया टॉयलेट बनवाने का मामला सामने आया था।
वहीं परिवार ने बताया था कि, उनके घर के पीछे पहले से ही एक टॉयलेट है लेकिन मेहमानों के लिए अलग से सामने नया टॉयलेट बनवाया गया है। साथ ही राथवा के घर के सबसे बड़े कमरे में अमित शाह के लंच के लिए कुर्सी और टेबल लगाए गए हैं। जिसके लिए भाजपा के स्थानीय नेता नियमित तौर पर अमित शाह के आगमन की तैयारियों का जायजा ले रहे थे ताकि सब कुछ सही रहे।
आपको बता दें कि हाल ही में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की शहीद के घर यात्रा से पहले उनके घर में एसी-सोफा लगाये गये थे, जिसे योगी आदित्यनाथ के जाने के तुरंत बाद हटा दिये गये थे। इतना ही नहीं उसके बाद भी कुशीनगर के मैनपुर कोट गांव की मुसहर दलित बस्ती का निरीक्षण करने से पहले गांव के लोगों को साबुन और शैंपू से नहाकर आने के लिए कहा गया और इसके लिए वहां के लोगों में साबुन और शैंपू वितरित भी किए गए थे। साथ ही अधिकारियों ने पूरी बस्ती में साबुन-शैम्पू और सेंट बांटे और कहा कि तुरंत नहा-धोकर तैयार हो जायें, तभी सीएम योगी से मिलने दिया जाएगा।