पश्चिम बंगाल दौरे पर भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने दार्जीलिंग जिले में एक आदिवासी परिवार के घर पर दोपहर का भोजन किया था। लेकिन मात्र सात दिनों के बाद ही अमित शाह को भोजन कराने वाले राजू महाली और उनकी पत्नी गीता अब राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में शामिल हो गए हैं। यह दंपत्ती उस दिन अमित शाह के साथ बैठकर दोनों ने भोजन किया था।
बता दे कि अमित शाह ने बीते 25 अप्रैल को नक्सलबाड़ी इलाके के दक्षिण कटियाजोत गांव में राजू महाली के घर पर जमीन पर बैठकर भोजन ग्रहण किया था। इस दौरान राजू माहाली की पत्नी गीता ने अपने हाथों से अमित शाह को भोजन परोसा था। उसके बाद आदिवासी दंपती चर्चा में आ गए थे।
हालांकि, बंगाल बीजेपी का आरोप है कि उन लोगों को अगवा कर जबरन TMC में शामिल कराया गया है, जबकि TMC का कहना है कि दोनों ने अपनी मर्जी से पार्टी में शामिल हुए हैं। साथ ही गीता और राजू का भी यही कहना है कि वह अपनी मर्जी से TMC में शामिल हुए हैं, किसी के दबाव या लालच में नहीं हुए। फिलहाल उनके घर के बाहर एक पुलिसकर्मी को तैनात कर दिया गया है।
बता दें कि अमित शाह को चावल, मूंग की दाल, परवल फ्राई, स्क्वेश करी, सलाद और पापड़ परोसे गए थे। शाह के साथ पश्चिम बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप घोष भी थे। बता दें कि अमित शाह ने अपना मिशन बंगाल वहां के छोटे से गांव नक्सलबाड़ी से बूथ लेवल कैंपेन करके शुरू किया था।
नक्सलबाड़ी वही गांव है, जहां 1960 के दशक में नक्सल आंदोलन की शुरुआत हुई थी। उस दौरान स्थानीय लोगों को संबोधित करते हुए शाह ने कहा था कि मुझे खुशी है कि आज मैं जहां खड़ा हूं वहां कमल खिल रहा है। शाह अगले होने वाले पंचायत चुनाव और 2019 के लोकसभा चुनावों के मद्देनजर पार्टी की पकड़ बूथ लेवल तक मजबूत बनाना चाहते हैं।