शर्मनाक: गाजियाबाद रेप केस में नाबालिग पीड़िता को ‘भाभी’ कह कर लोग उड़ा रहे हैं मजाक, सोशल मीडिया पर वायरल हुए पोस्ट

0

देश में मौजूदा राजनीतिक माहौल में कई लोगों के लिए बलात्कार पीड़िता और आरोपी का धर्म शायद अधिक महत्वपूर्ण हो गए हैं। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद में 10 साल की बच्ची के कथित बलात्कार का मामला इसका ताजा उदाहरण है।

दिल्ली के गाजीपुर इलाके की रहने वाली 10 साल की नाबालिग लड़की से कथित दुष्कर्म का मामला जोर पकड़ता जा रहा है। दरअसल, पीड़िता बच्ची हिंदू है और अभियुक्त मुसलमान। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच का जिम्मा अपराध शाखा (क्राइम ब्रांच) को सौंप दिया है। इस केस में पुलिस ने एक मौलवी और 17 साल के एक नाबालिग़ लड़के को गिरफ्तार किया है। इस मामले में केस पॉक्सो एक्ट के तहत दर्ज किया गया है और आगे की कार्रवाई की जा रहीं है।

बता दें कि, पिछले दिनों ‘जनता का रिपोर्टर’ की टीम ने दो दिन तक इस मामले की पूरी तहकीकात की और सच्चाई सामने लाने की कोशिश की। हमारी टीम ने बलात्कार पीड़िता के परिवार और अभियुक्त के परिवार दोनों का पक्ष लिया है। दोनों पक्षों ने हमसे बातचीत में इस मामले को सांप्रदायिक रंग ना देने की गुजारिश की।

लेकिन इस सबके बाद भी कुछ लोग सोशल मीडिया पर एक हैशटैग चला रहें है जस्टिस फॉर… आगे लड़की का नाम लिखा है। इस पोस्ट के जरीए सोशल मीडिया यूजर्स रेप पीड़ित बच्ची का मजाक उड़ा रहें है। बता दें कि, पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर इस तरह की कई पोस्ट देखने को मिले है।

माना जा रहा है कि, दक्षिण पंथी समूह के सदस्यों को ऐतराज है कि जम्मू-कश्मीर के कठुआ में आठ साल की बच्ची से गैंगरेप और हत्या के मामले में प्रदर्शन करने वाले इस केस के बारे में क्यों कुछ नहीं बोल रहे?

हालांकि, कठुआ गैंगरेप मामले में भी विरोध हुआ था। लेकिन किसी ने भी आरोपियों का बचाव नहीं किया था। इस केस में पुलिस ने कार्रवाई की और आगे की कार्रवाई की जा रहीं है।

जानिए क्या है मामला?

दिल्ली के गाजीपुर की रहने वाली करीब 10 साल की नाबालिग लड़की 21 अप्रैल 2018 की शाम को अचानक अपने घर के पास से लापता हो गई थी। घरवालों ने बच्ची को बहुत ढूंढा लेकिन वो नहीं मिली। इसके बाद परिजनों ने उसी शाम गाजीपुर पुलिस को घटना की सूचना दी। खोजबीन के बाद पता चला कि, लड़की साहिबाबाद के एक मदरसे में है। जिसके बाद 22 अप्रैल की शाम को पुलिस ने मदरसे पर रेड की और बच्ची को छुड़ाया। जब पीड़िता को मदरसे से छुड़ाने के लिए पुलिस वहां पहुंची थी तो वह छत पर चटाईयों के ढेर में पाई गई थी।

मदरसे में बच्ची के कथित रेप केस में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने शुक्रवार (27 अप्रैल) को आरोपी मौलवी को गिरफ्तार किया, जिसके मदरसे में कथित तौर पर 10 वर्षीय बच्ची से बलात्कार हुआ था। मदरसे के मौलवी (35) की गिरफ्तारी पॉक्सो एक्ट में की गई है। इस घटना का मुख्य नाबालिग (17) आरोपी पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।

Previous articleSHAMEFUL: 11-year-old girl, whose family alleged rape, ridiculed as ‘Bhabhi’ on social media
Next articleTripura governor’s secret letter to new CM on BJP worker is out, Tathagata Roy defends move