मशहूर निर्देशक एसएस राजामौली की ‘बाहुबली: द कन्क्लूजन’ ने वर्ल्डवाइड ताबड़तोड़ कमाई की है। देश में कभी भी किसी भी भाषा की फिल्म की रिलीज का दर्शकों को इतनी बेसब्री से इंतजार नहीं था, जितना ‘बाहुबली 2’ की रिलीज था। कटप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा? इसकी जानकारी लगभग सभी दर्शकों को पता चल गया है, लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्हें जेल में रहने की वजह से इसकी जानकारी नहीं मिल पाई।उन लोगों में हत्या की आरोपी साध्वी जयश्री गिरी भी शामिल हैं, जिन्हें जेल में कैद रहने की वजह से इस बात की जानकारी नहीं मिल पाई कि कटप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा? लेकिन साध्वी ने इलाज के लिए पैरोल पर जेल से बाहर आते ही सबसे पहले पुलिसकर्मियों से बाहुबली देखने की इच्छा जाहिर की। साथ ही उसी दौरान पुलिसकर्मियों को चकमा देकर साध्वी फरार भी हो गईं।
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, इलाज के लिए पैरोल पर एक प्राइवेट अस्पताल में लाई गईं साध्वी जयश्री गिरि बुधवार(14 जून) को पुलिस को चकमा देकर अस्पताल से फरार हो गईं। इससे पहले साध्वी ने पुलिसकर्मियों से फिल्म देखने की इच्छा जताई और उनको भरोसे में लेकर बाथरूम चली गईं।
उनकी सुरक्षा में तैनात हेड कॉन्स्टेबल और महिला कॉन्स्टेबल समेत चार सुरक्षाकर्मियों को चकमा देकर साध्वी फरार हो गईं और पुलिस देखती रह गई। साध्वी के फरार होने के बाद हेड कॉन्स्टेबल जयंतीलाल और महिला कॉन्स्टेबल बेला को गिरफ्तार कर लिया गया है। बता दें कि पालनुपर से गिरफ्तार की गईं साध्वी साबरमती जेल में बंद थीं।
रिपोर्ट के मुताबिक, साध्वी के मामले की पड़ताल कर रहे सूत्रों की मानें तो, ‘पुलिसकर्मी सुबह 10 बजे साध्वी को इलाज के लिए अस्पताल ले गए। इलाज के बाद सभी 11 बजे तक फ्री हो गए। जिसके बाद साध्वी ने पुलिसकर्मियों को ड्राइव इन रोड स्थित हिमालय मॉल में शॉपिंग करने और फिल्म देखने के लिए राजी कर लिया।
जिसके बाद साध्वी और उनके कुछ सेवकों सहित उनकी सुरक्षा में तैनात किए गए पुलिसकर्मियों ने मॉल में खरीददारी की। इसके बाद उन्होंने ब्लॉकबस्टर फिल्म ‘बाहुबली 2’ देखने का फैसला किया। इसी दौरान शाम 3 बजे साध्वी बाथरूम गईं और फिर वापस नहीं आईं। साध्वी अभी भी पुलिस के गिरफ्त से बाहर हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, गुजरात हाई कोर्ट के आदेश पर साध्वी को पुलिस एस्कॉर्ट की निगरानी में 10 दिन की पैरोल पर छोड़ा गया था। 4 जून को परोल पर छूटीं साध्वी को साबरमती सेंट्रल जेल में बुधवार(14 जून) को सरेंडर करना था। उन्होंने कोर्ट से परोल की अवधि बढ़ाए जाने की अपील की थी, लेकिन इसको खारिज कर दिया गया था।
कई गंभीर मामलों में हैं आरोपी
रिपोर्ट के मुताबिक, साध्वी कई गंभीर मामलों में आरोपी हैं। उनको इसी वर्ष जनवरी में एक फर्जीवाड़े से जुड़े केस में गिरफ्तार किया गया था। पुलिस छापेमारी में उनके ठिकाने से 1.25 करोड़ रुपये और 2.4 किलोग्राम सोना बरामद किया गया था। इतना ही नहीं, 2008 में हुई गुरु और मुक्तेश्वर मठ के प्रमुख संजयगिरि महाराज की हत्या वाले केस में भी साध्वी अभियुक्त हैं। साध्वी को गिरफ्तारी के बाद साबरमती जेल में भेज दिया गया था।