केंद्रशासित राज्य दमन और दीव इन दिनों एक सरकारी आदेश चर्चा का विषय बना हुआ है। दरअसल, प्रशासन की महिलाओं को रक्षाबंधन पर अपने पुरुष सहयोगियों को राखी बांधने को कहा गया था, लेकिन आलोचनाओं के बाद एक दिन के अंदर ही इस आदेश को वापस ले लिया गया है। बता दें कि, यह मामला तब प्रकाश में आया जब सोशल मीडिया पर इस आदेश की प्रति एक परिपत्र वायरल होने लगी, विश्व भर में रक्षा बंधन का त्योहार इस साल सोमवार(7 अगस्त, 2017) को मनाया जाएगा।
पीटीआई की ख़बर के मुताबिक, इससे पहले प्रशासन ने बकायदा दफ्तरों में रक्षाबंधन मनाने का आदेश जारी कर दिया था। कर्मचारियों को भी दफ्तर बुलाया गया था। छोटे से केंद्र शासित प्रदेश के कार्मिक विभाग के उपसचिव गुरप्रीत सिंह ने कर्मचारियों के लिए जारी एक परिपत्र में कहा कि प्रशासन द्वारा यह फैसला किया गया है कि सात अगस्त को रक्षाबंधन मनाया जाएगा।
बुधवार को जारी आदेश में कहा गया था, ‘इस संबंध में, सभी दफ्तर और विभाग खुले रहेंगे और उपयुक्त वक्त पर सामूहिक तौर पर त्योहार मनाया जाएगा, जिसमें सभी महिला स्टाफ अपने पुरुष सहयोगियों को राखी बांधेंगी।’ आदेश में कहा गया था कि कार्यक्रम की हाजिरी रिपोर्ट अगले दिन शाम पांच तक पेश होनी चाहिए।
बहरहाल, कर्मचारियों और आम लोगों की विपरीत प्रतिक्रिया के बाद 24 घंटे से कम समय में यह परिपत्र वापस ले लिया गया। ख़बरों के मुताबिक, संपर्क करने पर सिंह ने माना कि उन्होंने अपने वरिष्ठों के निर्देश पर परिपत्र जारी किया था। सिंह ने कहा, ‘जी, मैंने परिपत्र जारी किया था क्योंकि मेरे वरिष्ठों ने निर्देश दिया था, लेकिन विपरीत प्रतिक्रिया मिलने के बाद आज यह वापस ले लिया गया।’
जब पूछा गया कि क्यों यह परिपत्र जारी किया गया था तो सिंह ने कहा कि यह परिपत्र स्टाफ में ‘भाईचारा’ फैलाने के लिए जारी किया गया था। केंद्र शासित प्रदेश केंद्रीय गृह मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण में आता है।