हम नफरत फैलाने वाली BJP और RSS की विचारधारा को जीतने नहीं देंगे: राहुल गांधी

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पश्चिम बंगाल और बिहार में रामनवमी पर जुलूस के दौरान शुरू हुई सांप्रदायिक हिंसा को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने रविवार(31 मार्च) को ट्वीट कर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ(RSS) की आलोचना की है। साथ ही इस ट्वीट में राहुल गांधी ने पश्चिम बंगाल के इमाम रशीदी और दिल्ली के यशपाल सक्सेना के सद्भावना संदेश भी ट्वीट किए हैं।

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, ‘अपने बेटों को नफरत और सम्प्रदायिकता के कारण खोने के बाद यशपाल सक्सेना और इमाम रशीदी के संदेश ये दिखाते हैं कि हिन्दुस्तान में हमेशा प्यार नफरत को हराएगा।’ साथ ही उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि, ‘कांग्रेस की नींव भी करुणा और आपसी भाईचारे पर टिकी है। हम नफरत फैलाने वाली BJP/RSS की विचारधारा को जीतने नहीं देंगे।’

बता दें कि, राहुल गांधी ने ट्वीट में पश्चिम बंगाल के दंगों में अपने बेटे को खोने के बाद शांति की अपील करने वाले आसनसोल के आदर्श इमाम रशीदी के संदेश को लिखा है। वहीं दिल्ली में दूसरे समुदाय की लड़की से प्यार करनी की वजह से अपनी जान गंवाने वाले वाले अंकित सक्सेना की पिता यशपाल सक्सेना के सद्भाव के संदेश को भी जोड़ा है।

राहुल गांधी के ट्वीट के अनुसार, अंकित सक्सेना के पिता यशपाल सक्सेना का संदेश है कि, ‘मैं भड़काऊ बयान नहीं चाहता हूं, जो हुआ है उसका मुझे गहरा दुख है, लेकिन मैं मुसलमानों के खिलाफ नफरत का माहौल नहीं चाहता। मेरी किसी धर्म से कोई शिकायत नहीं है। हां, जिन्होंने मेरे बेटे की हत्या की वो मुसलमान थे, लेकिन सभी मुसलमानों को हत्यारा नहीं कहा जा सकता। आप मेरा इस्तेमाल सांप्रदायिक तनाव फैलाने में न करें, मैं सभी से अपील करता हूं कि इसे माहौल खराब करने के लिए धर्म से न जोड़ें।’

राहुल गांधी के ट्वीट के अनुसार, पश्चिम बंगाल के दंगों में अपने बेटे को खोने के बाद शांति की अपील करने वाले आसनसोल के आदर्श इमाम रशीदी का संदेश है कि, ‘मैं शांति चाहता हूं, मेरा बेटा चला गया है। मैं नहीं चाहता हू कि दूसरा परिवार अपना बेटा खोए, मैं नहीं चाहता हूं अब और किसी का घर जले। मैंने लोगों से कहा है कि, अगर मेरे बेटे की मौत का बदला लेने के लिए कोई कार्रवाई की गई तो मैं आसनसोल छोड़ कर चला जाउंगा। मैंने लोगों से कहा है कि अगर आप मुझ से प्यार करते है तो उंगली भी नहीं उठाएंगे। मैं पिछले 30 साल से इमाम हूं, मेरे लिए जरूरी है कि मैं लोगों को सही संदेश दूं और वो संदेश है शांति का। मुझे व्यक्तिगत नुकसान से उबरना होगा।’

 

बता दें कि, कुछ दिनों पहले देश की राजधानी दिल्ली के ख्याला इलाके में प्रेम प्रसंग के चलते 23 वर्षीय अंकित सक्‍सेना की गला रेत कर हत्या कर दी गई थी। मृतक अंकित फोटोग्राफी का काम करता था और वो एक मुस्लिम लड़की से प्यार करता था।

 

बता दें कि, पश्चिम बंगाल में बीते रविवार (25 मार्च, 2018) को भड़की इस सांप्रदायिक हिंसा में एक 16 वर्षीय किशोर की हत्या कर दी गई थी। बेटे की हत्या के बाद हिंसाग्रस्त आसनसोल की एक मस्जिद के इमाम मौलाना इम्दादुल रशीदी ने गुरुवार (29 मार्च) को जब अपनी खामोशी तोड़ी तो वहां मौजूद लोग रोने लगे थे।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इमाम साहब ने यहां एक समूह को संबोधित करते हुए लोगों से शांति की अपील की है। उन्होंने कहा कि बदले की बात की तो वो मस्जिद और शहर छोड़कर चले जाएंगे। उन्होंने कहा कि वह नहीं चाहते कि कोई और बाप अपना बेटा खोए। अपने बेटे को खोने वाले इमाम साहेब की यह भावुक अपील सुनकर वहां मौजूद लोगों के आंखों से आंसू निकल आए।

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