अभिनेता से राजनेता बने परेश रावल ने कहा कि कलाकार और क्रिकेटर बम नहीं फेंकते और वह पाकिस्तानी धारावाहिकों और फिल्मों में काम करना पसंद करेंगे। रावल ने बताया, “हां, मैं पाकिस्तानी फिल्मों और धारावाहिकों में काम करना पसंद करूंगा। मैं ‘हमसफर’ जैसे सभी पाकिस्तानी धारावाहिकों को पसंद करता हूं, जिस तरह वे अभिनय करते हैं, कहानी, लेखन, भाषा.. यह सब कुछ अच्छा है। मुझे महसूस होता है कि हमारे शो उबाऊ हैं।”
निर्माता-निर्देशक करन जौहर की फिल्म ‘ए दिल है मुश्किल’ में काम कर रहे पाकिस्तानी कलाकार फवाद खान को उरी हमले के कारण पिछले साल इस फिल्म की रिलीज से पहले राजनीतिक दलों की नाराजगी झेलनी पड़ी थी।
भाषा की खबर के अनुसार, परेश रावल लेखिका अरूंधती राय को लेकर हालिया विवादित बयान की वजह से चर्चा में थे जिसमें उन्होंने कहा कि कश्मीर में पत्थरबाजों के सामने उन्हें सेना की जीप पर बांधा जाना चाहिए। इस बयान पर काफी हो-हल्ला मचा था। रावल ने अपने बयान से माफी मांगने से इनकार कर दिय था। अभिनेता ने कहा कि सिनेमा और क्रिकेट दोनों देशों के बीच अंतर को पाटते हैं।
उन्होंने कहा, “कलाकार और क्रिकेटर बम नहीं फेंकते। वे आतंकवादी नहीं हैं, बजाय इसके वह दोनों देशों के बीच की दूरी को पाटते हैं। जब मन अच्छा न हो तब उस मुद्दे को उठाने का क्या औचित्य है? यह बेहतर है कि आप अपने देश के साथ रहें।” अभिनेता ने कहा कि वह पाकिस्तानी कलाकारों पर प्रतिबंध के पक्ष में नहीं है।