उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के गोमती नगर क्षेत्र में चेकिंग के दौरान वाहन नहीं रोकने के मामले में एक सिपाही द्वारा एप्पल कंपनी के एरिया सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी (38) की गोली मारकर कथित रूप से हत्या के बाद देश भर में हंगामा मचा हुआ है। इस दर्दनाक घटना के बाद विरोध-प्रदर्शन के साथ ही अब इस मामले में राजनीति भी शुरू हो गई है।
File Photo: PTIदिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार (30 सितंबर) को विवेक तिवारी हत्याकांड को सांप्रदायिक रंग देते हुए केंद्र और राज्य में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर तीखा हमला बोला था। केजरीवाल ने बीजेपी से सवाल पूछते हुए ट्वीट कर कहा था कि विवेक तिवारी तो हिंदू था फिर उसको क्यों मारा? इसके साथ ही सीएम केजरीवाल ने यूपी सरकार पर निशाना साधते हुए बीजेपी को हिंदुओं का कातिल बताया था।
हालांकि, केजरीवाल को इस हत्याकांड को सियासी रंग देने को लेकर इस पर ट्वीट करना भारी पड़ गया है। उनके इस ट्वीट को समाज में सांप्रदायिकता बढ़ाने वाला बताते हुए उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराया गया है। वकील अश्विनी उपाध्याय ने मुख्यमंत्री केजरीवाल के खिलाफ जाति और धर्म के आधार पर नफरत को बढ़ावा देने और बीजेपी नेताओं को बदनाम करने के आरोप में शिकायत दर्ज करवाया है।
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, सीएम केजरीवाल के खिलाफ जाति और धर्म के अाधार पर नफरत फैलाने और बीजेपी नेताओं को बदनाम करने के आरोप में मामला दर्ज करवाया गया है। राजधानी दिल्ली के तिलक मार्ग पुलिस थाने में आईपीसी की धारा 153 ए, 295 ए, 504 और 505 तथा आईटी एक्ट की धारा 67 के तहत शिकायत दर्ज करवाई गई है।
Lawyer Ashwini Upadhyay has lodged complaint against Delhi Chief Minister Arvind Kejriwal in Delhi's Tilak Marg police station under sections 153A, 295A, 504 & 505 IPC & Section 67 of IT Act for promoting enmity on the grounds of caste & religion & defaming BJP leaders. pic.twitter.com/Tcbv4Wdywn
— ANI (@ANI) October 1, 2018
आपको बता दें कि अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा था, “विवेक तिवारी तो हिंदू था? फिर उसको इन्होंने क्यों मारा? भाजपा के नेता पूरे देश में हिंदू लड़कियों का रेप करते घूमते हैं। अपनी आंखों से पर्दा हटाइए। भाजपा हिंदुओं की हितैषी नहीं है। सत्ता पाने के लिए अगर इन्हें सारे हिंदुओं का कत्ल करना पड़े तो यह दो मिनट भी नहीं सोचेंगे।”
विवेक तिवारी तो हिंदू था? फिर उसको इन्होंने क्यों मारा? भाजपा के नेता पूरे देश में हिंदू लड़कियों का रेप करते घूमते हैं?
अपनी आँखों से पर्दा हटाइए। भाजपा हिंदुओं की हितैषी नहीं है। सत्ता पाने के लिए अगर इन्हें सारे हिंदुओं का क़त्ल करना पड़े तो ये दो मिनट नहीं सोचेंगे https://t.co/A2LhxrVNpv
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) September 30, 2018
सीएम योगी ने परिजनों से की मुलाकात
इस बीच विवेक तिवारी की मौत के मामले में उनकी पत्नी कल्पना तिवारी ने सोमवार (1 अक्टूबर) को अपनी बच्चियों के साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। सीएम योगी से मुलाकात के बाद कल्पना ने कहा कि उन्हें पूरी मदद का भरोसा दिया गया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि उन्हें इंसाफ मिलेगा। आपको बता दें कि यूपी सरकार ने कल्पना को नौकरी और आर्थिक मदद देने का ऐलान किया है।
राज्य के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने इस दौरान कहा, ‘इस मामले में कठोरतम कार्रवाई हो रही है। दिवंगत विवेक तिवारी का परिवार खुद सीएम से मिलने आया। कल्पना को सरकारी नौकरी दी जाएगी। 25 लाख रुपये की आर्थिक मदद विवेक के परिवार को दी जाएगी। साथ ही बच्चों के नाम 5-5 लाख रुपये की एफडी होगी।’
हालांकि मृतक विवेक तिवारी (जिनकी पुलिस कॉन्स्टेबल की गोली से मौत हो गई थी) की पत्नी कल्पना ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर मामले की CBI जांच की मांग की है। इसके अलावा उन्होंने 1 करोड़ रुपये मुआवजा और पुलिस विभाग में एक नौकरी की भी मांग की है।
क्या है पूरा मामला?
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के वीआईपी इलाके गोमती नगर क्षेत्र में शुक्रवार (28 सितंबर) रात जांच के दौरान कथित तौर पर गाड़ी नहीं रोकने वाले 38 वर्षीय एक व्यक्ति को गश्त कर रहे पुलिस कांस्टेबल ने गोली मार दी, जिससे उसकी मौत हो गई। मृतक की पहचान विवेक तिवारी के रूप में की गई है। वह अमेरिकी मल्टीनेशनल कंपनी एप्पल में काम करता था। मृतक विवेक एप्पल कंपनी का एरिया मैनेजर था।
पुलिस ने बताया कि घटना मध्यरात्रि के बाद डेढ़ बजे के आसपास की है। गश्त कर रहे दो पुलिसकर्मियों ने उसे वाहन रोकने के लिए कहा था। लखनऊ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी ने बताया कि कांस्टेबल ने मामला संदिग्ध देखकर वाहन पर गोली चला दी। गोली कार के शीशे को छेदती हुई तिवारी को जा लगी।
उन्होंने बताया कि इससे पहले तिवारी के वाहन ने पुलिसकर्मियों की मोटरसाइकिल को टक्कर मारी थी। वाहन एक खंभे से टकराया और तिवारी ने भागने का प्रयास किया। मौत की असल वजह पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही पता लग सकेगी।
हालांकि, कांस्टेबल प्रशांत कुमार का कहना है कि उसने आत्मरक्षा में गोली चलाई थी।