राजधानी दिल्ली में सोमवार (1 अक्टूबर) को एक और इमारत गिरने से बड़ा हादसा हो गया है। अशोक विहार के बाद अब दिल्ली के स्वरूप नगर इलाके में सोमवार को एक निर्माणाधीन इमारत भरभराकर गिर गया। इमारत गिरने से कई मजदूर मलबे में दब गए हैं, वहीं हादसे में एक मजदूर की मौत हो गई है, जबकि दो घायल बताए जा रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक मलबे के नीचे कई मजदूरों के दबे होने की आशंका है। फिलहाल बचाव व राहत कार्य तेजी पर है।
इस हादसे की सूचना मिलते ही प्रशासन व राहत बचाव की टीम फौरन मौके पर पहुंच चुकी है। और इमारत में दबे लोगों को निकालने का काम चल रहा है। अब तक मिली जानकारी के मुताबिक, दिल्ली के स्वरूप नगर में एक इमारत का निर्माण कार्य चल रहा था। तभी सोमवार को दोपहर के आसपास अचानक से इमारत का एक हिस्सा गिर गया जिसमें कई मजदूर दब गए। वहीं इस हादसे में एक मजदूर की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो घायल बताए जा रहे हैं।
Delhi: 1 labourer dead, 2 injured after the roof of an under-construction building collapsed in Swaroop Nagar today. pic.twitter.com/WV9WxkTMi3
— ANI (@ANI) October 1, 2018
आपको बता दें कि इससे पहले राजधानी दिल्ली में बुधवार (26 सितंबर) को एक पुरानी इमारत गिरने से बड़ा हादसा हो गया था। उत्तर-पश्चिमी दिल्ली के अशोक विहार में बुधवार को पांच मंजिला ‘कमजोर’ इमारत के ढहने से चार बच्चों और दो महिलाओं सहित सात लोगों की मौत हो गई।
दिल्ली सरकार ने घटना के मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं और पुलिस ने इस संबंध में इमारत के मालिक धर्मेंद्र, उसके व्यापारिक सहयोगी सचिन और सचिन के पिता रोशन लाल के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 304 (गैर इरादतन हत्या) के तहत मामला दर्ज किया है जिसमें अधिकतम 10 साल की सजा का प्रावधान है। इन लोगों ने अशोक विहार में इमारत को किराए पर उठाया था।
समाचार एजेंसी भाषा के मुताबिक, एक ओर पुलिस ने दावा किया है कि इमारत के खतरनाक स्थिति में होने की शिकायतें मिलने के बाद नगर निगम की एक टीम ने 20 दिन पहले इस इमारत का निरीक्षण किया था। वहीं उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने दावा किया है कि इमारत को खतरनाक घोषित नहीं किया गया था और उस इमारत के खिलाफ कोई शिकायत नहीं मिली।
पुलिस ने बताया कि इमारत की जर्जर स्थिति के संबंध में 16 अगस्त 2017 को एक शिकायत दर्ज कराई गई थी और एमसीडी की एक टीम ने 20 दिन पहले ही इमारत का निरीक्षण किया था। इमारत के भूतल में एक दुकान थी जबकि दूसरे एवं तीसरे तल पर किराएदार रहते थे। एक तल खाली पड़ा था। घटना के वक्त इमारत के अंदर 12 लोग मौजूद थे। घायलों को तत्काल दीपचंद बंधु अस्पताल ले जाया गया।