मध्य प्रदेश में जारी सियासी उठापटक के बीच ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक विधायकों को बेंगलुरू से भोपाल लाने की तैयारी

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मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार को संकट में डालने वाले राज्य के कद्दावर नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक 19 विधायकों को शुक्रवार को बेंगलुरू से भोपाल लाने की तैयारी चल रही है। इन सभी विधायकों की ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात भी हो सकती है।

ज्योतिरादित्य सिंधिया

समाचार एजेंसी आईएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक, सूत्रों का कहना है कि ज्योदिरादित्य सिंधिया समर्थक 19 विधायक बेंगलुरू में हैं। इन विधायकों को चार्टर विमान से भोपाल लाने की तैयारी है। ये विधायक भोपाल पहुंचकर सिंधिया से मुलाकात कर सकते हैं और उसके बाद विधानसभाध्यक्ष एन. पी. प्रजापति के समक्ष उपस्थित होकर अपने इस्तीफे की पुष्टि कर सकते हैं। सूत्रों का कहना है कि विधायकों के बेंगलुरू से भोपाल आने की संभावना के चलते हवाईअड्डे पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। लेकिन आधिकारिक तौर पर कोई इसकी पुष्टि नहीं कर रहा है।

बता दें कि, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिए जाने के बाद 22 विधायकों ने भी इस्तीफा दे दिया है। इन विधायकों में से 19 बेंगलुरू में हैं। इनके इस्तीफे की मूल प्रति भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने विधानसभाध्यक्ष एन.पी. प्रजापति को सौंपी थी।

बेंगलुरू गए मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, प्रद्युम्न सिंह तोमर, इमरती देवी, तुलसी सिलावट, प्रभुराम चौधरी, महेंद्र सिंह सिसोदिया के अलावा विधायक हरदीप सिंह डंग, जसपाल सिंह जज्जी, राजवर्धन सिंह, ओपीएस भदौरिया, मुन्ना लाल गोयल, रघुराज सिंह कंसाना, कमलेश जाटव, बृजेंद्र सिंह यादव, सुरेश धाकड़, गिरराज दंडौतिया, रक्षा संतराम सिरौनिया, रणवीर जाटव, जसवंत जाटव के इस्तीफे विधानसभाध्यक्ष तक भेज दिए गए हैं। उसके बाद तीन और विधायक बिसाहू लाल सिंह, एंदल सिंह और मनोज चौधरी के भी इस्तीफे आ चुके हैं।

गौरतलब है कि, मध्य प्रदेश के कद्दावर नेता और पूर्व सांसद ज्योदिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस से इस्तीफा देने के एक दिन बाद बुधवार (11 मार्च) को दिल्ली स्थित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) मुख्यालय में पार्टी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा की मौजूदगी में आधिकारिक रूप से भाजपा में शामिल हो गए। ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में जाने से कांग्रेस का बड़ा झटका लगा है। भाजपा जॉइन करने के कुछ घंटे के भीतर ही ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया को राज्यसभा का टिकट भी मिल गया।

बता दें कि, ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद सिंधिया खेमे के 22 कांग्रेस विधायकों ने इस्तीफा दे दिया जिससे प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व वाली 15 महीने पुरानी कांग्रेस सरकार गिरने के कगार पर पहुंच गई है। उन्होंने पीएम मोदी और अमित शाह से मुलाकात के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा देते हुए कहा था कि वह कांग्रेस में रहते हुए अपने राज्य और देश की सेवा नहीं कर पा रहे हैं और अब उनके लिए आगे बढ़ने का मौका है।

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