हिंदुत्ववादी राजनीति के खिलाफ खुलकर विचार जाहिर करने वाली वरिष्ट पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या के बाद सियासी मुद्दे तेज होते जा रहे है। गौरी लंकेश हत्या पर विवादित बयान देते हुए बीजेपी नेता ने इस मुद्दे को और भी तेज कर दिया है। कर्नाटक के बीजेपी नेता और पूर्व मंत्री जीवराज ने कहा कि अगर गौरी लंकेश राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के लोगों की मौत के जश्न के बारे में ना लिखती तो शायद आज जिंदा होतीं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बीजेपी नेता और पूर्व मंत्री जीवराज ने यह बात बीजेपी कार्यकर्ताओं की एक बैठक को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने अपनी बात में यह कहा कि कांग्रेस की सरकार के समय कई RSS कार्यकर्ताओं को मार दिया गया था।
लेकिन सिद्धारमैया सरकार ने आरोपियों के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया साथ ही उन्होंने कहा कि अभी तक 11 संघ परिवार के लोग मारे जा चुके हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि, जीवराज ने कहा कि कांग्रेस राज में हमनें संघ के लोगों को मरते हुए देखा, जिसके बाद गौरी लंकेश ने भी उनके बारे में लिखा।
लेकिन अगर वह इस तरह के लेखों से दूरी बनाए रखती तो शायद जीवित होतीं। साथ ही उन्होंने कहा कि, गौरी लंकेश मेरी बहन की तरह हैं, लेकिन जिस तरह से उन्होंने हमारे (बीजेपी और आरएसएस) के खिलाफ लिखा वह गलत था।
बता दें, वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की मंगलवार(5 सितंबर) की रात करीब 8.30 बजे बेंगलुरु में अज्ञात बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। जिसके बाद बुधवार(6 सितंबर) को सैकड़ो पत्रकारों और बुद्धिजीवी वर्ग के लोगों ने दिल्ली के प्रेस कल्ब में एकत्रित होकर इस हत्या की कड़ी निंदा की और लंकेश की हत्या को लोकतंत्र की हत्या करार दिया।
गौरी लंकेश सांप्रदायिकता और हिंदुत्व की राजनीति के खिलाफ लिखती और बोलती रही हैं। वे कन्नड़ भाषा में अपनी एक साप्ताहिक मैगजीन निकालती थीं, जिसमें वह तीखे तेवर में भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशानासाधती रहती थीं।
बता दें कि, राजनेताओं के अलावा, पत्रकारों, समाजसेवियों और फिल्मी दुनिया से जुड़ी हस्तियों तक ने इस हत्या को लोकतंत्र पर हमला बताते हुए दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किए जाने की मांग की है। वहीं कर्नाटक सरकार ने मामले की जांच के लिए एक एसआईटी का भी गठन किया है।