वित्त मंत्री अरूण जेटली ने आम चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नीत राजग सरकार के अपने अंतिम पूर्ण बजट में गुरुवार (1 फरवरी) को एक तरफ खेतीबाड़ी, ग्रामीण बुनियादी ढांचे, सूक्ष्म एवं लधु उद्यमों तथा शिक्षा एवं स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए खजाना खोल कर आम लोगों को लुभाने का प्रयास किया वहीं, वेतन भोगी लोगों और वरिष्ठ नागरिकों को कर और निवेश में राहत देने की भी घोषणाएं की।
file photo- PTIकई राजनैतिक दल के नेताओं ने केन्द्रीय बजट पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की, जानिए किसने क्या कहां ?
राजकोष मजबूत बनाने की परीक्षा में फेल हुए जेटली: पी. चिदंबरम
वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने कहा कि 2018-19 के बजट में वित्त मंत्री अरुण जेटली राजकोषीय मजबूती की परीक्षा में विफल रहे हैं। आज तक की ख़बर के मुताबिक, उन्होंने कहा कि 2017-18 के लिए राजकोषीय घाटे का लक्ष्य सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 3.2% पर रखा गया था, लेकिन इसके 3.5% पर पहुंचने का अनुमान है।
जेटली के बजट भाषण खत्म करने के बाद अपनी प्रतिक्रिया में चिदंबरम ने पीटीआई से कहा कि, ‘वित्त मंत्री राजकोषीय मजबूती की परीक्षा में विफल रहे हैं और इसके गंभीर परिणाम होंगे।’
केन्द्रीय बजट सुपर फ्लॉप : तृणमूल नेता
न्यूज़ एजेंसी भाषा की ख़बर के मुताबिक, तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओ ब्रायन ने केन्द्रीय बजट को ‘‘सुपर फ्लॉप’’ और सरकार का ‘‘मृत्यु पूर्व बयान’’ करार दिया जिसका ‘‘वक्त समाप्त हो गया’’ है। तृणमूल नेता का यह बयान वित्त मंत्री अरूण जेटली की ओर से आज लोक सभा में बजट पेश करने के बाद आया है। उन्होंने कहा, ‘‘यह सुपर फ्लॉप, एक बड़ा ब्लफ शो है। यह बजट ऐसी सरकार, जिसका समय समाप्त हो गया है ,का मृत्यु पूर्व बयान है।’’
लच्छेदार बातों वाला गरीब विरोधी बजट: मायावती
वहीं, भाषा की रिपोर्ट के मुताबिक, मायावती ने कहा कि केवल अलंकृत भाषणों एवं लच्छेदार बातों से ग़रीबों एवं मेहनतकश जनता का पेट नहीं भरने वाला है। मोदी सरकार को दावे के सम्बन्ध में जिम्मेदार एवं जवाबदेह सरकार की तरह वास्तविकता का लेखा-जोखा भी जनता को बताना चाहिए, अब तक केवल हवा-हवाई बयानबाजी ही की गई है।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार का आज का बजट वास्तव में भारत के हितों की रक्षा करने वाला बजट नहीं है। ग्रामीण युवा को सबसे ज़्यादा बेहतर रोजगार के अवसर मुहैया कराने की ज़रूरत है, ’’पकोड़ा बेचकर’’ रोज़गार अर्जित करने के सरकारी सुझाव की नहीं।
करोडों शिक्षित बेरोज़गार लोग बहुत ही मजबूरी में पहले से ही पकोड़ा एवं चाय बेचने वाला काम कर रहे हैं, जो उनकी कौशलता के हिसाब से बिल्कुल भी सही व न्यायोचित नहीं है। यह मोदी सरकार की विफलता का जीता-जागता प्रमाण है।
किसान विरोधी है बजट: लालू प्रसाद यादव
दैनिक जागरण की ख़बर के मुताबिक, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने कहा कि, बजट किसान विरोधी है। देश में नौजवानों, बेरोजगारों की फौज है, महंगाई और गरीबी भी है। इस पर बजट में ध्यान नहीं दिया गया। मोदी ने कहा था कि किसानों का कर्जा माफ कर देंगे, किया कर्जा माफ? नहीं किया। कहीं कोई ध्यान नहीं दिया गया, बजट की खानापूर्ति की गई।
ये जनता की परेशानियों की अनदेखी करने वाली अहंकारी सरकार का विनाशकारी बजट है: अखिलेश यादव
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट कर अपनी राय रखी। उन्होंने कहा कि, यह बजट गरीब, किसान, मजदूर को निराशा, बेरोजगार युवाओं को हताशा, कारोबारियों, महिलाओं, नौकरीपेशा और आम लोगों के मुँह पर तमाचा। ये जनता की परेशानियों की अनदेखी करने वाली अहंकारी सरकार का विनाशकारी बजट है। आख़री बजट में भी बीजेपी ने दिखा दिया कि वो केवल अमीरों की हिमायती है, अब जनता जवाब देगी।
बिहार को विशेष पैकेज और विशेष राज्य के दर्जे पर कुछ भी नहीं मिला: तेजस्वी यादव
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बेटे और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि बजट में बिहार के लिए कुछ भी नहीं है, बिहार को विशेष पैकेज और विशेष राज्य के दर्जे पर कुछ भी नहीं मिला। नीतीश कुमार बताएं क्या यही उनके लिए डबल इंजन है? नीतीश कुमार की वजह से बीजेपी की केंद्र सरकार बिहार के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है।
टीएमसी नेता ने बताया जुमला बजट
आज तक की ख़बर के मुताबिक, पूर्व केंद्रीय मंत्री और टीएमसी के नेता दिनेश त्रिवेदी ने इसे जुमला बजट बताया है। उन्होंने कहा कि ये 2019 के लिए चुनावी घोषणा पत्र है। उन्होंने कहा कि एअर इंडिय, ओएनजीसी के बाद अब सरकार रेलवे को भी बेचने जा रही है, ये बहुत ही डरावना है। त्रिवेदी ने कहा कि इस बजट से महंगाई बढ़ने जा रही है क्योंकि अब RBI ब्याज दरों में बढ़ोतरी करने जा रही है।
सरकार ने कृषि और हेल्थ सेक्टर का ध्यान रखा: नीतीश कुमार
बिहार के मुख्यमंत्री और बीजेपी के सहयोगी नीतीश कुमार ने कहा कि अच्छी बात है बजट में सरकार ने कृषि और हेल्थ सेक्टर का ध्यान रखा है। नीतीश ने वित्त मंत्री अरुण जेटली को गरीब, गांव और शिक्षा के क्षेत्र में योजनाएं के एलान के लिए बधाई भी दी है।