कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने गुरुवार(1 फरवरी) को कहा कि 2018-19 के बजट में वित्त मंत्री अरुण जेटली राजकोषीय मजबूती की परीक्षा में विफल रहे हैं।

आज तक की ख़बर के मुताबिक, उन्होंने कहा कि 2017-18 के लिए राजकोषीय घाटे का लक्ष्य सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 3.2% पर रखा गया था, लेकिन इसके 3.5% पर पहुंचने का अनुमान है।
जेटली के बजट भाषण खत्म करने के बाद अपनी प्रतिक्रिया में चिदंबरम ने पीटीआई से कहा कि, ‘वित्त मंत्री राजकोषीय मजबूती की परीक्षा में विफल रहे हैं और इसके गंभीर परिणाम होंगे।’
वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्रीय बजट 2018-19 को आज ‘‘विकास अनुकूल’’ करार दिया और कहा कि यह ‘‘न्यू इंडिया’’ के विजन को मजबूत करेगा।
न्यूज़ एजेंसी भाषा की ख़बर के मुताबिक, वित्त मंत्री अरुण जेटली और उनकी टीम को बधाई देते हुए मोदी ने कहा कि बजट से किसानों, दलित और आदिवासी समुदायों को लाभ मिलेगा।
उन्होंने कहा कि बजट ग्रामीण भारत के लिए नए अवसर उत्पन्न करेगा। आम चुनाव से पहले यह सरकार का आखिरी पूर्ण बजट है।