अंग्रेजी समाचार चैनल ‘रिपब्लिक टीवी’ के संस्थापक अर्नब गोस्वामी और ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल (बार्क) के पूर्व कार्यकारी अधिकारी पार्थ दासगुप्ता के कथित व्हाट्सएप चैट बीतें कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है, जिसको लेकर अब सियासी घमासान मच गया है। इन चैट में कथित तौर पर पुलवामा और बालाकोट हमले का भी जिक्र है। कथित व्हाट्सएप चैट्स वायरल होने के बाद कांग्रेस केंद्र सरकार पर हमलावर है।
इस बीच, ‘रिपब्लिक टीवी’ के संस्थापक अर्नब गोस्वामी ने अपना एक बयान जारी कर कहा कि, मैंने कांग्रेस पार्टी पर मुकदमा चलाने और उनके झूठ के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करने का फैसला लिया हैं। अर्नब ने कहा कि, उन्होंने अदालतों में कांग्रेस को बेनकाब करने का फैसला किया है। अर्नब ने दावा किया कि, भारत के लोग रिपब्लिक टीवी के साथ है। सच्चाई हमारी तरफ है।
#ArnabFightsBack | Arnab: I have decided to sue the Congress party, take strong legal action against their lies, and expose them in the courts of law. People of India: Join hands with Republic as we fight this political conspiracy with all our strength. The truth is on our side. pic.twitter.com/mJBgpjRVpG
— Republic (@republic) January 20, 2021
बता दें कि, राहुल गांधी ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस मामले को उठाया और कहा था कि इस तरह के संवेदनशील मामलों की जानकारी सिर्फ प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री, गृह मंत्री, एनएसए और वायु सेना प्रमुख को होती है, ऐसे में आखिर अर्नब गोस्वामी तक यह जानकारी कैसे पहुंची और किसने दी? यह बेहद गंभीर मसला है। राहुल गांधी ने कहा था कि यह एक क्रिमिनल एक्ट है।
राहुल गांधी ने कहा था कि, अर्नब गोस्वामी को बालाकोट हमले की जानकारी इन्ही पांच लोगों में से ही कोई दे सकता है और जिसने बालाकोट हमले की जानकारी दी उसके खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए। राहुल गांधी ने कहा कि, अगर अर्नब गोस्वामी को बालाकोट एयर स्ट्राइक के बारे में पता था, तो मुझे लगता है कि पाकिस्तान को भी इसकी जानकारी होगी।
अर्नब गोस्वामी के कथित व्हाट्सएप चैट्स पर प्रियंका गांधी ने भी अपनी प्रतिक्रियां दी हैं। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, “देश की सुरक्षा से जुड़ी अतिगोपनीय बातें एक पत्रकार को बताई गईं। हमारे देश के वीर जवान शहीद हुए। पत्रकार कहता है ‘हमें फायदा होगा’। राष्ट्रवाद का दावा करने वाले राष्ट्रद्रोही कारनामे करते हुए पकड़े गए।यह बहुत गम्भीर मामला है। इसकी निष्पक्ष जाँच होनी चाहिए।”
प्रियंका गांधी ने अपने ट्वीट में आगे लिखा, “एक तरफ ये सरकार किसानों की सुन नहीं रही दूसरी तरफ जवानों की जिंदगी से खेल रही है। जय जवान जय किसान हमारे देश का नारा है। सिर्फ इसे बार बार दोहराने से काम नहीं चलेगा, इस पर क़ायम रहना देश के शहीदों के प्रति हर नेता का नैतिक फर्ज है।”
…एक तरफ ये सरकार किसानों की सुन नहीं रही दूसरी तरफ जवानों की जिंदगी से खेल रही है। जय जवान जय किसान हमारे देश का नारा है। सिर्फ इसे बार बार दोहराने से काम नहीं चलेगा, इस पर क़ायम रहना देश के शहीदों के प्रति हर नेता का नैतिक फर्ज है। 2/2
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) January 20, 2021
बता दें कि, टीआरपी के कथित घोटाला मामले में गिरफ्तार BARC के पूर्व CEO पार्थ दासगुप्ता और अर्नब गोस्वामी के कथित व्हाट्सएप चैट में अर्नब गोस्वामी ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में CRPF के वाहन पर हुए आंतकी हमले पर भी कथित तौर पर टिप्पणी की थी। 14 फरवरी 2019 की एक कथित चैट में गोस्वामी BARC के पूर्व से कहते हैं कि, इस हमले से हमारी बड़ी जीत हुई हैं। वहीं, कुछ अन्य चैटों में अर्नब गोस्वामी ने कथित तौर पर बालाकोट में भारतीय सेना द्वारा किए गए एयर स्ट्राइक की जानकारी पहले से होने का भी दावा कर रहे है।