राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बेटे और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पिछले कुछ दिनों से लगातार भ्रष्टाचार के आरोप में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट (आईटी), प्रवर्तन निदेशालय (ED) और सीबीआई के जांच की मार झेल रहे हैं।
जांच एजेंसियों द्वारा लगातार उनकी जांच होने से तेजस्वी यादव काफी नाराज चल रहें हैं। इसी बीच अब उन्होंने आरोप लगाया है कि अगर देश की सभी सर्वोच्च जांच एजेंसियां उनकी जांच कर सकती हैं, तो आखिर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय शाह की जांच क्यों नहीं करती? जो कथित रूप से भ्रष्टाचार के आरोप में लिप्त हैं।
तेजस्वी यादव ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह पर तंज कसते हुए कहा है कि वह धनपुरुष हैं। उनके बेटे जय शाह का कारोबार अप्रत्याशित रूप से पिछले एक साल में 16000 गुना बढ़ चुका है। लेकिन इसके बावजूद भी देश की सभी जांच एजेंसियां केवल उनकी जांच कर रही हैं और अमित शाह के बेटे की नहीं।
तेजस्वी यादव ने कहा है कि वह अपने बेटे के भ्रष्टाचार और पाप को छुपाने के लिए दूसरों को चोर बनाने का प्रयास कर रहे हैं। वहीं उनके इस प्रयास में जांच एजेंसियां, उन्हें पूरी तरह से सहयोग कर रही हैं। साथ ही तेजस्वी ने कहा कि जांच एजेंसियां केंद्र सरकार की कठपुतली का रूप ले चुकी हैं।
धनपुरुष जय अमित शाह की आय अप्रत्याशित रूप से एक वर्ष में 16000 गुणा बढ़ती है लेकिन देशभर की सारी जाँच तेजस्वी की होती है।अपने पाप छुपाने के लिए दूसरों को चोर बना दो। उनके अपने समर्थित कठपुतली संस्थान और सहयोगी तो हईये है।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) December 3, 2017
गौरतलब है कि रेलवे टेंडर घोटाले मामले में सीबीआई ने आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव समेत तेजस्वी यादव और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के खिलाफ FIR दर्ज की है। इस मामले में लगातार जांच चल रही है।
वहीं दूसरी ओर कुछ दिनों पहले हिंदी न्यूज़ पोर्टल नागपुर टुडे ने एक ख़बर चलाई थी कि गुजरात विधानसभा चुनाव के बाद जय शाह की कंपनी पर लगे आरोपों की गाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह पर गिर सकती है।
गुजरात चुनाव के बाद केन्द्र में सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) राष्ट्रीय स्तर पर एक बड़ा फेरबदल करने जा रहीं है, जिसमें अमित शाह को उनके पद से हटाया जा सकता है। इतना ही नहीं उसके बाद उन्हे कोई दूसरा कार्यकाल भी नहीं दिया जाएंगा।
पार्टी एवं संघ को भय है कि आगामी लोकसभा चुनाव में इसे बड़ा मुद्दा बना विपक्ष हमलावर हो जाएगा जिसका खामियाजा बीजेपी को उठाना पड़ सकता है।
बता दें कि, कुछ दिनों पहले एक न्यूज वेबसाइट ‘द वायर’ ने एक रिपोर्ट में दावा किया था कि जैसे ही नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री और उनके पिता अमित शाह बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने जय शाह की कंपनी के टर्नओवर में आश्चर्यजनक रूप से इजाफा देखने को मिला।
रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2014-15 के दौरान जय शाह की कंपनी को कुल 50,000 रुपये की आमदनी पर कुल 18,728 रुपये का फायदा हुआ। लेकिन 2015-16 के वित्त वर्ष के दौरान जय की कंपनी का टर्नओवर लंबी छलांग लगाते हुए 80.5 करोड़ रुपये का हो गया। यह 2014-15 के मुकाबले 16 हजार गुना ज्यादा है।