हमेशा अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहने वाले केंद्रिय फिल्म प्रमाणन बोर्ड(सीबीएफसी) के पूर्व अध्यक्ष पहलाज निहलानी एक बार सुर्खियों में आ गए है। सेंसर चीफ के पद से बर्खास्त किए जाने के बाद यू टयूब चैनल लहरें टीवी(Lehren TV) को दिए एक इंटरव्यू में पहलाज निहालनी ने अपने कार्यकाल को लेकर कई अहम खुलासे किए है, जिसे सुनकर आप भी चौंक जाएंगे।
इंटरव्यू में पहलाज निहलानी ने केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया है कि मंत्री के तौर पर अपने पावर का दिखावा करने के लिए उनको हटाने का फैसला लिया गया। इंटरव्यू में पहलाज निहलानी ने स्मृति ईरानी पर निशाना साधते हुए इसे मधुर भंडारकर की फिल्म ‘इंदु सरकार’ के साथ जोड़ा। इंटरव्यू में पहलाज ने कहा कि स्मृति ईरानी चाहती थीं कि इंदु सरकार को बिना किसी कट्स के पास किया जाए। इस फिल्म को मिले कट्स से वे नाराज थीं।
पहलाज के अनुसार, मैंने सेंसर बोर्ड के नियमानुसार काम किया और इस फिल्म को रिवाइजिंग कमेटी में भेज दिया। इंदु सरकार को एपीलेट ट्रिब्यूनल से पास किया गया, लेकिन इस फिल्म को लेकर स्मृति ईरानी मुझे हटाने का फैसला कर चुकी थीं।
साथ ही खुलासा करते हुए कहा कि केंद्र सरकार की ओर से सलमान खान की फिल्म ‘बजरंगी भाईजान’ को लेकर भी उन पर दबाव था कि फिल्म को ईद पर रिलीज होने से रोका जाए। साथ ही उन्होंने कहा कि अनुराग कश्यप की ‘उड़ता पंजाब’ को उन्होंने मंत्रालय के कहने पर ही रोकी थी। मंत्रालय का आदेश था कि यह फिल्म पास नहीं होनी चाहिए। सेंसर बोर्ड के नये अध्यक्ष प्रसून जोशी के बारें में एक सवाल का जवाब देते हुए पहलाज निहालानी ने कहा कि अब मेरे सभी पापों और पुण्य को उसे ही भुगतना होगा।
साथ ही पहलाज निहालानी ने कहा कि, स्मृति ईरानी जिस किसी भी मिनिस्ट्री में गई हैं उन्होंने अपना प्रेजेंस जताने की कोशिश की है, उन्होंने हर जगह डोमिनेट करने की कोशिश की है। अब यहां तो सिर्फ एक मैं ही था जो मीडिया में बना हुआ था और उसे मुझे गिराने में कितना टाइम लगेगा।
देखिए पहलाज निहालानी का पूरा इंटरव्यू