राष्ट्रपति चुनाव: सोनिया-मनमोहन की मौजूदगी में मीरा कुमार ने दाखिल किया नामांकन

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राष्ट्रपति पद के लिए 17 जुलाई को होने वाले चुनाव के लिए विपक्ष की ओर से उम्मीदवार मीरा कुमार ने बुधवार(28 जून) को अपना नामांकन दाखिल कर दिया। इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सहित विपक्ष के तमाम बड़े नेता मौजूद थे। बता दें कि बुधवार को ही नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख है। इससे पहले मीरा कुमार सुबह राजघाट पहुंची और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की।

बता दें कि इससे पहले 23 जून को एनडीए की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद ने नामांकन पत्र दाखिल कर चुके हैं। राष्ट्रपति पद के चुनाव में एनडीए उम्मीदवार रामनाथ कोविंद के खिलाफ विपक्ष ने पूर्व लोकसभा अध्‍यक्ष मीरा कुमार को अपना उम्‍मीदवार बनाया है।

संसद भवन में गुरुवार(22 जून) को 17 विपक्षी दलों की बैठक में यह फैसला लिया गया। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने एक बैठक में मीरा कुमार के नाम की घोषणा की। इस बैठक में वाम मोर्चा, तृणमूल कांग्रेस, समाजवादी पार्टी (सपा), बहुजन समाज पार्टी (बसपा), द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) तथा नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) सहित 17 राजनीतिक पार्टियों ने हिस्सा लिया था।

कौन हैं मीरा कुमार?

विपक्ष की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार मीरा कुमार राजनयिक से राजनेता बनीं और कांग्रेस का दलित चेहरा रहीं। पूर्व उप प्रधानमंत्री दिवंगत जगजीवन राम की बेटी 72 वर्षीय मीरा कुमार लोकसभा अध्यक्ष बनने वाली पहली महिला भी रहीं। वह यूपीए-2 के शासनकाल में 2009 से 2014 तक स्पीकर रहीं।

स्वभाव से मृदुभाषी मीरा ने भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) को छोड़कर राजनीति में प्रवेश किया और 1985 में लोकसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया। वह सबसे पहली बार 1985 में बिजनौर से लोकसभा सदस्य निर्वाचित हुईं।
दूसरी और तीसरी बार वह दिल्ली के करोल बाग से 1996 और 1998 में लोकसभा पहुंचीं, लेकिन 1999 के चुनाव में वह यह सीट हार गयीं।

मीरा कुमार 2004 में बिहार के सासाराम से अपने पिता के क्षेत्र से बड़े अंतर से लोकसभा चुनाव जीतीं और 2009 में भी इसी संसदीय क्षेत्र से सदन में पहुंचीं। इस बीच उन्होंने साल 2000 में पार्टी नेतृत्व के साथ मतभेदों का हवाला देते हुए कांग्रेस छोड़ दी थी। 2002 में वह फिर से कांग्रेस में लौट आईं।

बिहार के आरा जिले में 31 मार्च, 1945 को जन्मीं मीरा कुमार ने दिल्ली विविद्यालय के इंद्रप्रस्थ कॉलेज और मिरांडा कॉलेज से पढ़ाई की। उन्होंने राइफल शूटिंग में भी पदक प्राप्त किये हैं। एलएलबी की डिग्री के साथ वह 1980 में सुप्रीम कोर्ट बार संघ की सदस्य भी बनीं। उनके पति मंजुल कुमार सुप्रीम कोर्ट के वकील हैं। उनके एक बेटा और दो बेटियां हैं।

दलित बनाम दलित

बता दें कि मीरा कुमार और रामनाथ कोविंद में दलित होने के अलावा भी कई मामलों में समानता है। दोनों का जन्म 1945 में ही हुआ। मीरा कुमार भी वकील रह चुकी हैं और कोविंद भी हाईकोर्ट-सुप्रीम कोर्ट में वकालत कर चुके हैं। विपक्ष की साझा उम्मीदवार मीरा कुमार भी दलित हैं। एनडीए के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद भी दलित समुदाय से आते हैं। इससे साफ हो गया कि राष्ट्रपति चुनाव में मुकाबला दलित बनाम दलित ही होगा।

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