योगी सरकार में अपराधियों के हौसलें बुलंद नज़र आ रहे है। मथूरा में हुई लूट और हत्या की आग अभी ठंडी भी नहीं पड़ी कि यमुना एक्सप्रेस हाईवे पर अपराधियों ने गैंगरेप और हत्या की वारदात को अंजाम दिया है। ग्रेटर नोएडा के जेवर से बुलंदशहर जा रहे एक परिवार के साथ बीती रात करीब 1:30 बजे कुछ बदमाशों ने एक गाड़ी रोककर गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया साथ ही साथ विरोध करने वाले ड्राईवर की हत्या कर दी व लूट को अंजाम देकर बदमाश फरार हो गए।
Photo: Amar Ujalaबताया गया कि कार में 3 बच्चे 2 पुरूष व चार महिलाएं शामिल थी। यह पूरा परिवार जेवर से बुलंदशहर जा रहा था। जब यह परिवार एक्सप्रेस वे से निकल रहा था तब ही ये घटना अंजाम दी गई।
कार के टायर पंचर हो गए थे जिसके बाद बदमाशों ने इस परिवार पर हमला बोल दिया। पुलिस को सूचना दी गई थी लेकिन पूरी वारदात गुजर जाने पर भी पुलिस कहीं नज़र नहीं आई।
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक पीड़ित परिवार की इन चारों महिलाओं ने बताया कि बदमाशों ने पास के खेतों में ले जाकर उनके साथ हथियार के बल पर बलात्कार किया है। घटना की रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
आपको बता दे कि इससे पूर्व अखिलेश सरकार में बुलंदशहर गैंगरेप के समय बीजेपी ने जमकर हल्ला मचाया था लेकिन हाईवे पर हुई घटना में योगी सरकार की पुलिस भी वारदात के समय पहंुच नहीं पाई। पीड़ीत परिवार ने बताया कि घटना के ढेड़ घंटे बाद पुलिस आई थी।
यूपी के विधानसभा चुनाव से पूर्व अखिलेश यादव इस यमुना एक्सप्रेस वे की तारीफें करते हुए नहीं थकते थे। उन्होंने इसे सबसे सुरक्षित बताया था और कहा था कि डायल 100 योजना पुलिस को तुरंत कार्रवाही करने वाली व्यवस्था है। उनके सारे दावों की पोल खुल गई।
इसके अलावा मुख्यमंत्री योगी ने भी अपराधियों का खात्मा करने का वादा किया था लेकिन उनके राज में पुलिस और अपराधियों की कार्यशैली को सरलता से समझा जा सकता है। सहारनपुर में हिंसा का मामला, मथूरा में लूट व हत्या और अब एक्सप्रेस वे पर गैंगरेप योगी सरकार को सवालों के कटघरें में खड़ा करती है।