केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान आंदोलन को लेकर देश की सियासत भी लगातार गरमाती जा रही है। किसानों के विरोध प्रदर्शन को लेकर लगभग सभी समाचार चैनलों पर डिबेट शो का आयोजन किया जा रहा हैं। इस बीच, किसान आंदोलन पर की गई अपनी एक टिप्पणी को लेकर समाचार चैनल ‘जी न्यूज’ के प्रधान संपादक और एंकर सुधीर चौधरी सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आ गए है, लोग उन्हें जमकर ट्रोल करते हुए खरी-खोटी सुना रहे हैं। वहीं, ट्विटर पर भी सोमवार सुबह से ही #SudhirChaudharyChamchaHai ट्रेंड कर रहा है।
दरअसल, जी न्यूज़ का एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें किसान आंदोलन में शामिल एक शख्स कथित तौर पर पीएम मोदी को मारने की धमकी दे रहा है। जी न्यूज़ पर दिखाएं कर क्लिप में वो शख्स कह रहा है, “अगर मीटिंग में कुछ हल नहीं हुआ फिर हम बैरिकेड तो क्या हम इनको भी ढा देंगे। दिल्ली तो कुछ भी नहीं है हमारे लिए, जब इंदिरा ठोक दी तो मोदी की छाती पर भी।”
इस वीडियो को लेकर सुधीर चौधरी ने अपने कार्यक्रम DNA में कहा, “हजारों किसान इस समय देश की राजधानी दिल्ली की तरफ बढ़ रहे हैं। एक आदोलन के तहत और वो भारत सरकार का विरोध कर रहे हैं। लेकिन, सबसे पहले हम आपको एक बयान सुनाना चाहते हैं और यह बयान बहुत खतरनाक और गंभीर भी है, इसलिए इसे आप गंभीरता से लिजिएगा। इससे आपको आंदोलन में शामिल लोगों की मंशा का पता लगेगा। इस आंदोलन में शामिल एक व्यक्ति से उनकी रणनीति और रोडमैप के बारे में पूछा तो उस व्यक्ति ने धमकी दी जिससे लगता है इस आंदोलन में अब खालिस्तान की एंट्री हो चुकी है।”
सुधीर चौधरी ने आगे कहा, “यह बयान किसी किसान का तो नहीं हो सकता, किसी किसान की यह भाषा हो ही नहीं सकती। क्योंकि यह खालिस्तान की भाषा है।” इसके बाद अपने कार्यक्रम में सुधीर चौधरी ने पंजाब के बरनाला के प्रदर्शन की तस्वीरें दिखाई जिसमें लोगों के हाथ में भिंडरवाला की तस्वीर हैं। सुधीर चौधरी ने कहा, “जाहिर-सी बात है इस आंदोलन को आप किसानों का आंदोलन नहीं कह सकते, इस आंदोलन को अब राजनीतिक पार्टियों और खालिस्तानियों ने हाईजैक कर लिया है।”
#DNA : 'इंदिरा को ठोका, मोदी को भी ठोकेंगे' @sudhirchaudhary #AandolanMeinKhalistan pic.twitter.com/mH1tuzxznk
— Zee News (@ZeeNews) November 27, 2020
सुधीर चौधरी का यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है, उनके इस वीडियो पर यूजर्स भी जमकर अपनी प्रतिक्रियाएँ दे रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, “गोदी मीडिया वालो थोड़ी सी शर्म करो। किसान पिछले दो महीनों से धरने पर थे पंजाब में किसी कोई नुकसान नही पहुचाया गया। किसान अपना शांतमय प्रदर्शन कर रहे थे, आपके बाप खट्टर ने हरियाणा बार्डर सील किया वहीं खट्टर ने पुलिस से लाठीचार्ज करवाया आंसू गैस के गोले छोड़े वो आप ने नही दिखाया।”
एक अन्य यूजर ने लिखा, “यह वह लोग हैं जिन का बेटा आर्मी में और बाप दिल्ली की सड़कों पर और पंजाब की सड़कों पर अपने हक की लड़ाई लड़ रहा है इनकी देशभक्ति पर शक करने वालों अरे पहले खुद तो दिल में तिरंगा बसा लो सपने भगवा के और इल्जाम दूसरों पर।” एक अन्य यूजर ने लिखा, “अगर देश को अनाज देने वाले आपको आंतकवादी लगते है तो, लाहन्त है आप पर।”
एक अन्य यूजर ने लिखा, “यह नफरत यह राजनीतिक लोग, यह बिकाऊ मीडिया वाले फैला रहे है। ग्राउंड पर असलियत कुछ और है। किसान हर धर्म और जाती में होते है लेकिन इन बिकाऊ मीडिया वालों के पगड़ी वाले आतंकी लगते है। इनको TRP चाहिए उसके लिए यह लोग किसी भी हद तक गिर सकते है।”
एक अन्य यूजर ने लिखा, “शर्म करो सुधीर, तुम भी तो जेल जा चुके हो। अगर तुम न्यूज़ पढ़ सकते हो और तुम्हारी न्यूज़ पर हम भरोसा कर सकते हैं तो एक सही आंदोलन में कोई गलत भी घुस गया होगा। ये सब खत्म ही करना है तो गवर्नमेंट उनकी मांगें मान ले किसी खालिस्तानी की दाल नही गलेगी।”
एक अन्य यूजर ने लिखा, “सुधीर जी आप बीजेपी की भाषा बोलते हैं आप एक निष्पक्ष पत्रकार की भाषा नहीं बोलते हैं। आप जैसे पत्रकार दूसरा जलियांवाला बाग बनाना चाहते हैं। आंदोलन में बहुत सारी तस्वीरें होती हैं आपने कोई भी किसान की तस्वीर क्यों नहीं दिखाई।” इसी तरह तमाम यूजर्स सुधीर चौधरी के इस वीडियो पर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
देखें कुछ ऐसे ही ट्वीट:
गोदी मीडिया वालो थोड़ी सी शर्म करो। किसान पिछले दो महीनों से धरने पर थे पंजाब में किसी कोई नुकसान नही पहुचाया गया। किसान अपना शांतमय प्रदर्शन कर रहे थे , आपके बाप खट्टर ने हरियाणा बार्डर सील किया वहीं खट्टर ने पुलिस से लाठीचार्ज करवाया आंसू गैस के गोले छोड़े वो आप ने नही दिखाया।
— Guramritpal Singh (@amritbrar91) November 27, 2020
यह वह लोग हैं जिन का बेटा आर्मी में और बाप दिल्ली की सड़कों पर और पंजाब की सड़कों पर अपने हक की लड़ाई लड़ रहा है इनकी देशभक्ति पर शक करने वालों अरे पहले खुद तो दिल में तिरंगा बसा लो सपने भगवा के और इल्जाम दूसरों पर
— Harjinder Bajwa (@hsbajwa01) November 27, 2020
यह नफरत यह राजनीतिक लोग, यह बिकाऊ मीडिया वाले फैला रहे है। ग्राउंड पर असलियत कुछ और है।
किसान हर धर्म और जाती में होते है लेकिन इन बिकाऊ मीडिया वालों के पगड़ी वाले आतंकी लगते है।
इनको TRP चाहिए उसके लिए यह लोग किसी भी हद तक गिर सकते है pic.twitter.com/YqEmhFAbdT— Guramritpal Singh (@amritbrar91) November 27, 2020
शर्म करो सुधीर……. तुम भी तो जेल जा चुके हो…. अगर तुम न्यूज़ पढ़ सकते हो और तुम्हारी न्यूज़ पर हैम भरोसा कर सकते हैं तो एक सही आंदोलन में कोई गलत भी घुस गया होगा…….ये सब खत्म ही करना है तो गवर्नमेंट उनकी मांगें मान ले किसी खालिस्तानी की दाल नही गलेगी
— Sarvesh Kumar Dubey (@Sarveshhk) November 28, 2020
अगर देश को अनाज देने वाले आपको आंतकवादी लगते है तो , लाहन्त है आप पर pic.twitter.com/JBuw2MLBHf
— Guramritpal Singh (@amritbrar91) November 27, 2020
इसका विश्लेषण उतना ही सच है जितना 2000 के नोट में chip होना l
— Mohit Pradhan (@IamPradhaan) November 28, 2020
सुधीर जी आप बीजेपी की भाषा बोलते हैं आप एक निष्पक्ष पत्रकार की भाषा नहीं बोलते हैं। आप जैसे पत्रकार दूसरा जलियांवाला बाग बनाना चाहते हैं। आंदोलन में बहुत सारी तस्वीरें होती हैं आपने कोई भी किसान की तस्वीर क्यों नहीं दिखाई।
— Omshivnarayan chauhan (@OmshivnarayanC) November 28, 2020