‘PM मोदी के पास प्रियंका चोपड़ा से मिलने का समय है, लेकिन किसानों से मिलने का नहीं’

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भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) शासित राज्यों महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में चल रहे किसानों के प्रदर्शन के बीच कांग्रेस ने शुक्रवार(2 मई) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुये कहा कि वह अपने व्यस्त कार्यक्रम में से बॉलीवुड अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा से मिलने का वक्त निकाल सकते हैं, लेकिन किसानों से मुलाकात का वक्त उनके पास नहीं है।

महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस समिति के सचिव शहजाद पूनावाला ने जारी एक बयान में कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि मोदीजी के पास प्रियंका चोपड़ा से मिलने का वक्त है, लेकिन हमारे किसानों से मिलने का नहीं। महाराष्ट्र में उनके मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस जी यमराज की तरह व्यवहार कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस किसानों की मांग का समर्थन करती है। अगर उत्तर प्रदेश में कर्ज माफी की जा सकती है तो महाराष्ट्र में क्यों नहीं? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने द्विपक्षीय वार्ता और बैठकों के व्यस्त कार्यक्रम से कुुछ समय निकालकर 30 मई को बर्लिन में अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा से मुलाकात की थी।

उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में कुल 1.36 करोड़ किसानों में से 31 लाख किसानों पर करीब 30,500 करोड़ के कर्ज तले दबे हैं और बैंक से कर्ज लेने के योग्य नहीं हैं। पूनावाला ने कहा कि किसानों की हड़ताल से महाराष्ट्र के लोगों के साथ पूरा राष्ट्र प्रभावित होगा और इसलिये मोदी और फडणवीस को उनकी मांगों के प्रति गंभीरता दिखानी चाहिए।

इस मुद्दे पर शिवसेना भी विपक्ष के साथ है। शिवसेना जहां किसान विरोधी सरकार का एक तरफ समर्थन कर रही है वहीं दूसरी तरफ वह विपक्ष की भूमिका निभा रही है। हम शिवसेना से अनुरोध करते हैं कि वह सिर्फ सत्ता के लिये फडणवीस सरकार की किसान विरोधी नीतियों का साथ न दे।

बता दें कि महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश सरकार से नाराज किसानों का आंदोलन शुक्रवार(2 जून) को दूसरे दिन भी जारी रहा। एक तरफ जहां, अपनी उपज का उचित मूल्य नहीं मिलने पर नाराज किसानों के आंदोलन की वजह से मध्य प्रदेश में अनाज, दूध और फल-सब्जियों की आपूर्ति रोक दी।

वहीं, महाराष्ट्र में किसानों का आंदोलन तेज होता जा रहा है। गुरुवार(1 जून) को शुरू हुए दोनों राज्यों में इस आंदोलन का आज दुसरा दिन है। महाराष्ट्र में बढ़ते विरोध प्रदर्शन को देखते हुए सरकार ने सख्त कदम उठाए और आंदोलन पर काबू पाने के लिए नासिक के कई हिस्से में धारा 144 लागू कर दी गई है। जिसके बाद किसानों ने 5 जून को पूरे राज्य में बंद का ऐलान कर दिया है।

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