पूर्व सूचना और प्रसारण मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने रिपब्लिक टीवी के खिलाफ मिली शिकायत को कथित रूप से कर दिया था दरकिनार, अर्नब गोस्वामी के कथित व्हाट्सएप चैट में खुलासा

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अंग्रेजी समाचार चैनल ‘रिपब्लिक टीवी’ के संस्थापक अर्नब गोस्वामी और ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल (बार्क) के पूर्व कार्यकारी अधिकारी पार्थ दासगुप्ता के कथित व्हाट्सएप चैट बीतें कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है, जिसको लेकर सियासी घमासान मचा हुआ है। इन कथित व्हाट्सएप चैट्स को लेकर कांग्रेस केंद्र सरकार पर हमलावर है। कथित व्हाट्सएप चैट्स में गोस्वामी और दासगुप्ता के बीच बातचीत में दावा किया गया है कि पूर्व सूचना और प्रसारण मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कथित तौर पर रिपब्लिक टीवी के संस्थापक के खिलाफ मिली धोखाधड़ी की जांच को दरकिनार कर दिया था।

अर्नब गोस्वामी

कथित तौर पर लीक हुई व्हाट्सएप चैट में 7 जुलाई 2017 को जब दासगुप्ता सूचना और प्रसारण मंत्रालय की ओर से रिपब्लिक टीवी के खिलाफ की गई शिकायत पर बात करते हैं, तो अर्नब गोस्वामी कथित रूप से जवाब देते हुए कहते हैं, “फ्री-टू-एयर डिश के बारे में।” रिपब्लिक टीवी के संस्थापक ने इस बात की पुष्टि की कि राठौड़ ने उन्हें धोखाधड़ी की शिकायत के बारे में बताया था। अर्नब गोस्वामी ने कहा, “राठौड़ ने मुझे बताया और कहा कि वह इसे अभी किनारे रख रहे हैं।”

टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि, अर्नब गोस्वामी के स्वामित्व वाले समाचार चैनल रिपब्लिक टीवी ने प्रसार भारती के स्वामित्व वाले डायरेक्ट-टू-होम (डीटीएच) सेवा, डीडी फ्रीडिश पर गैर कानूनी रूप से प्रसारित किया गया। रिपब्लिक टीवी ने बिना ऑक्शन प्रोसेस में शामिल हुए डीडी फ्रीडिश सर्विस के सभी यूजर्स के लिए एक बैंडविड्थ पर एक अनएन्क्रिप्टेड रूप में दो वर्षों तक ब्रॉकास्ट किया गया। ऑक्शन के प्रोसेस से गुजरने पर चैनल को सालाना 8-10 करोड़ रुपये की कैरिज फीस देनी होती है।

बता दें कि, राहुल गांधी ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस मामले को उठाया और कहा था कि इस तरह के संवेदनशील मामलों की जानकारी सिर्फ प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री, गृह मंत्री, एनएसए और वायु सेना प्रमुख को होती है, ऐसे में आखिर अर्नब गोस्वामी तक यह जानकारी कैसे पहुंची और किसने दी? यह बेहद गंभीर मसला है। राहुल गांधी ने कहा था कि यह एक क्रिमिनल एक्ट है। राहुल गांधी ने कहा था कि, अर्नब गोस्वामी को बालाकोट हमले की जानकारी इन्ही पांच लोगों में से ही कोई दे सकता है और जिसने बालाकोट हमले की जानकारी दी उसके खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए।

राहुल गांधी के इस बयान के बाद ‘रिपब्लिक टीवी’ के संस्थापक अर्नब गोस्वामी ने अपना बयान जारी कर कहा कि, उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर मुकदमा चलाने और उनके झूठ के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करने का फैसला लिया हैं। अर्नब ने कहा कि, उन्होंने अदालतों में कांग्रेस को बेनकाब करने का फैसला किया है। अर्नब ने दावा किया कि, भारत के लोग रिपब्लिक टीवी के साथ है। सच्चाई हमारी तरफ है।

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