भारत सरकार के अधीन कर करने वाली एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ED ) ने शनिवार को भारतीय विदेशी मुद्रा कानून के उल्लंघन के आरोप में चीन की स्मार्टफोन कंपनी Xiaomi की ₹ 5,500 करोड़ से अधिक की संपत्ति ज़ब्त कर ली।
सरकार का कहना है कि ED ने Xiaomi टेक्नोलॉजी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ कार्रवाई की है। दूसरी तरफ, कंपनी का दावा है कि उसने हमेशा स्थानीय कानूनों और विनियमों का “दृढ़ता से अनुपालन” किया है।
ये कंपनी भारत में MI ब्रांड के मोबाइल फोन का का वितरक है।
ED द्वारा इस ताज़ा कार्रवाई पर तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोईत्रा ने ट्वीट कर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा।
ED siezes ₹ 5,500 crore assets from Chinese smartphone giant Xiaomi over Forex law violations.
Same Xiaomi allowed to donate ₹10cr to opaque PMCARES fund.All our questions in parliament were stonewalled!
— Mahua Moitra (@MahuaMoitra) April 30, 2022
उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, “ईडी ने विदेशी मुद्रा कानून के उल्लंघन को लेकर चीनी स्मार्टफोन दिग्गज श्याओमी की ₹5,500 करोड़ की संपत्ति जब्त की। वही Xiaomi को PMCARES फंड में ₹10 करोड़ दान करने की अनुमति भी दी गयी थी। और संसद में (इस सिलसिले में) हमारे सभी सवालों को रोक दिया गया था। ”
Xiaomi ने 2014 में भारत में अपना धंधा शुरू किया था और अगले ही साल उस ने पैसा भेजना शुरू कर दिया। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, ईडी ने कहा, “कंपनी ने रॉयल्टी की आड़ में 5,551.27 करोड़ रुपये के बराबर विदेशी मुद्रा तीन विदेशी-आधारित संस्थाओं को भेजी है, जिसमें एक Xiaomi समूह की इकाई भी शामिल है।”
एक बयान में, Xiaomi के प्रवक्ता का कहना था कि भारत के लिए प्रतिबद्ध एक ब्रांड के रूप में वो तमाम स्थानीय कानूनों और विनियमों का दृढ़ता से अनुपालन करते हैं।
प्रवक्ता ने आगे कहा , “हमने सरकारी अधिकारियों के आदेश का ध्यानपूर्वक अध्ययन किया है। हमारा मानना है कि हमारे रॉयल्टी भुगतान और बैंक को दिए गए विवरण सभी वैध और सत्य हैं। Xiaomi India द्वारा किए गए ये रॉयल्टी भुगतान हमारे भारतीय संस्करण उत्पादों में उपयोग की जाने वाली इन-लाइसेंस तकनीकों और IP के लिए थे.”