उत्तर प्रदेश: अमेठी के बाद अब डुमरियागंज में स्ट्रांग रूम से EVM निकाले जाने का वीडियो वायरल होने के बाद बढ़ा विवाद, देखिए वीडियो

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उत्तर प्रदेश के अमेठी के बाद अब डुमरियागंज लोकसभा क्षेत्र में स्ट्रांग रूम से ईवीएम को बाहर निकालने का मामला सामने आया है। ईवीएम बदलने का आरोप लगाकर महागठबंधन और कांग्रेसी नेताओं ने जमकर हंगामा किया। बताया जा रहा है कि जहां ईवीएम रखे गए हैं वहां बिना नंबर लगी गाड़ियों से प्रशासन ईवीएम कहीं भेजवा रहा था। घटना से जुड़ा एक वीडियो भी सामने आया है, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

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वीडियो शेयर करते हुए UttarPradesh.org वेबसाइट के पत्रकार अनिल तिवारी ने लिखा, “डुमरियागंज लोकसभा मे ईवीएम को बदलने के कोशिश का मामला। जनपद मुख्यालय के नवीन मंडी में बने स्ट्रांग रूम से 2 गाड़ियों में भर कर ईवीएम को निकालने की कोशिश। स्थानीय लोगों और बसपा कार्यकर्ताओं ने ईवीएम लदी गाड़ी को गेट पर रोका। गठबंधन कार्यकर्ताओ का आरोप।”

वीडियो शेयर करते हुए अनिल तिवारी ने उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी और भारत निर्वाचन आयोग को भी टैग किया। हांलाकि, अभी तक इन आरोपों पर किसी भी अधिकारी ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। बता दें कि, स्ट्रांगरूम वह जगह है जहां मतगणना के दिन तक ईवीएम को रखा जाता है जहां पर वो पूरी तरह से सुरक्षित माना जाता है।

लोकसभा चुनाव 2019 के छठे चरण के तहत उत्तर प्रदेश की डुमरियागंज लोकसभा सीट पर रविवार (12 मई) को वोट डाले गए। मतदान के बाद नवीन मंडी स्थल पर ईवीएम को रखा गया है। यहां से बीजेपी ने मौजूदा सांसद जगदम्बिका पाल पर फ‍िर दांव लगाया है। पाल के सामने सपा-बसपा गठबंधन की तरफ से बसपा के आफताब आलम चुनावी मैदान में हैं। कांग्रेस ने डॉक्टर चंद्रेश कुमार उपाध्याय को मैदान में उतारा है।

बता दें कि, इससे पहले 9 मई को अमेठी में एक स्ट्रांगरूम से ईवीएम मशीनों को बाहर निकाल कर एक ट्रक पर लादती देख कांग्रेसियों ने हंगामा खड़ा कर दिया था। कांग्रेस जिलाध्यक्ष की अगुवाई में पहुंचे कांग्रेसियों ने मशीनें लाद रहे लोगों को रोक दिया। बता दें कि, अमेठी में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ बीजेपी के टिकट पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी चुनाव लड़ रहीं है।

जानकारी के मुताबिक, बुधवार की शाम को करीब पांच बजे मनीषी महिला पीजी कॉलेज गेट पर खड़े एक ट्रक पर परिसर के भीतर से कुछ ईवीएम ट्रक पर लादी जा रही थीं। सूचना मिलते ही कांग्रेस जिलाध्यक्ष योगेंद्र मिश्र कुछ समर्थकों के साथ मौके पर पहुंच गए और गेट पर नीचे रखी मशीनों को ट्रक पर लादने से मना कर दिया।

एसडीएम वंदिता श्रीवास्तव मौके पर पहुंचीं और उन्होंने बताया कि 12 मई को होने वाली वोटिंग में जिन मतदान केंद्रों पर मशीनों की कमी है, इन मशीनों को वहां भेजे जाने का संदेश मिला है।

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