बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता और लोकप्रिय टीवी शो ‘सावधान इंडिया’ के होस्ट रह चुके सुशांत सिंह ने हाल ही में उत्तर-पूर्वी दिल्ली में भड़की हिंसा पर एक भावुक ट्वीट किया है, जो अब सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। उनके इस ट्वीट पर सोशल मीडिया यूजर्स भी जमकर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
गौरतलब है कि, संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक पंजीकरण (एनआरसी) को लेकर उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा ने कई लोगों की जान ले ली। कई लोग बुरी तरह से घालय हो गए, जिसका अभी भी अस्पतालों में इलाज चल रहा है। फिलहाल, स्थिति तो सामान्य हो रही है लेकिन हिंसा के दौरान हुई भयावहता सामने आ रही है। हिंसा के दौरान उपद्रवियों ने सैकड़ों घरों और दुकानों को आग के हवाले कर दिया।
दिल्ली में हुई हिंसा पर बॉलीवुड सेलेब्स भी लगातार अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे है। इस बीच, सुशांत सिंह ने एक शायरी शेयर की है, जो अब खूब वायरल हो रहा है। सुशांत सिंह ने अपने ट्वीट में लिखा, “थक गए होगे तुम, साँस ले लो ज़रा। हिसाब लगा लो कि टोपी वाला था, या था तिलक वाला वो जो मरा। अब भी जी नहीं भरा? मुझे मार कर मिटती हो नफ़रत तुम्हारी, तो ख़ुद चलकर आऊँगा तुम तक ये वादा है मेरा। बस इतनी मोहलत देना ऐ दोस्त कि जो घर तोड़े हैं तुमने, उनमें से कुछ तो मैं फिर बना दूँ ज़रा।”
थक गए होगे तुम, साँस ले लो ज़रा।
हिसाब लगा लो कि टोपी वाला था,
या था तिलक वाला वो जो मरा।
अब भी जी नहीं भरा?
मुझे मार कर मिटती हो नफ़रत तुम्हारी,
तो ख़ुद चलकर आऊँगा तुम तक
ये वादा है मेरा।
बस इतनी मोहलत देना ऐ दोस्त
कि जो घर तोड़े हैं तुमने,
उनमें से कुछ तो मैं फिर बना दूँ ज़रा।— सुशांत सिंह sushant singh سوشانت سنگھ (@sushant_says) March 3, 2020
सुशांत सिंह ने इससे पहले अपने एक ट्वीट में लिखा था, “हां टूटा हुआ हूं, बेहद टूटा हुआ हूं, पर हारा नहीं हूं मैं। तुमने जो लाशें बिछाईं हैं, उनके टुकड़े बटोरना भी मेरी लड़ाई है। हां ज़रा रुका हूं, पर पीठ नहीं दिखा रहा हूं। यतीमों को सीने से लगा, उनसे तुम्हारी हैवानियत छुपा रहा हूं।”
हाँ टूटा हुआ हूँ
बेहद टूटा हुआ हूँ,
पर हारा नहीं हूँ मैं।
तुमने जो लाशें बिछाईं हैं,
उनके टुकड़े बटोरना भी मेरी लड़ाई है।
हाँ ज़रा रुका हूँ,
पर पीठ नहीं दिखा रहा हूँ।
यतीमों को सीने से लगा,
उनसे तुम्हारी हैवानियत छुपा रहा हूँ।— सुशांत सिंह sushant singh سشانت سنگھ (@sushant_says) March 1, 2020
बता दें कि, संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक पंजीकरण (एनआरसी) को लेकर उत्तर-पूर्वी दिल्ली में भड़की हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 47 हो गई है। कई इलाकों में भड़की हिंसा में 56 पुलिसकर्मियों समेत करीब 200 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं। इस हिंसा में हेड कांस्टेबल रतनलाल और इंटेलिजेंस ब्यूरो के अफसर अंकित शर्मा की भी मौत हो गई।