हरियाणा पर हुई शर्मिंदगी तो स्मृति ईरानी ने न्यूज चैनलों को दे डाली नसीहत, याद दिलाई उनकी जिम्मेदारी

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शुक्रवार(25 अगस्त) को पंचकूला की सीबीआई कोर्ट ने डेरा सच्चा सौदा प्रमुख को दुष्कर्म के एक मामले में दोषी करार दिया है। कोर्ट के फैसले के बाद हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में डेरा समर्थकों ने जमकर उत्पात मचाया। पंचकूला में उसके समर्थकों ने मीडियार्किमयों पर हमला किया और संपत्ति को निशाना बनाया।

इन जगहों हुए हिंसक प्रदर्शन में करीब 30 लोगों की मौत हो गई, जबकि 200 से अधिक लोग घायल हो गए हैं। डेरा समर्थकों ने अलग-अलग जगहों पर करीब 100 गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया है।

इसी बीच केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी ने पंचकूला में हिंसा के दौरान मीडिया पर हुए हमले की शुक्रवार(25 अगस्त) रात निंदा की साथ ही उन्होंने न्यूज चैनलों को भी नसीहत दे डाली कि वे ‘‘घबराहट, तनाव और अनुचित डर’’ पैदा करने वाली खबरें दिखाने से परहेज करें।

स्मृति ईरानी ने एक ट्वीट में कहा कि, मीडिया पर हमला और संपत्ति को नुकसान निंदनीय है। सभी से शांति की अपील करती हूं।

अन्य ट्वीट में उन्होंने चैनलों को नसीहत देते हुए लिखा कि, फंडामेंटल ऑफ एनबीएसए (न्यूज ब्रॉडकास्टिंग स्टैण्डर्ड अथॉरिटी) की धारा बी की तरफ न्यूज चैनलों का ध्यान दिला रही हूं, घबराहट, तनाव और अनुचित डर पैदा करने वाली खबरों से परहेज करें।

वहीं डेरा समर्थकों द्वारा हिंसा किए जाने के बाद पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि इस हिंसा में जो भी नुकसान हुआ है उसकी भरपाई डेरा सच्चा सौदा संप्रदाय को भरनी होगी। अदालत ने डेरा संप्रदाय की संपत्तियों की सूची मांगी। पंजाब के संगरूर, बठिंडा और मोगा शहर में जबकि हरियाणा के सिरसा, पंचकूला और कैथल में कर्फ्यू लगा दिया गया है।

वहीं बीजेपी सांसद साक्षी महाराज ने राम रहीम का खुलकर पक्ष लिया है। उन्होंने ने कहा कि राम रहीम पर एक महिला ने यौन शोषण के आरोप लगाये हैं, लेकिन उनके पीछे करोड़ों लोग खड़े हैं उनकी आवाज क्यों नहीं सुनी जा रही है। उन्होंने कहा कि अगर इससे भी बड़ी कोई वारदात होती है तो इसके लिए सिर्फ डेरा के समर्थक ही नहीं बल्कि न्यायालय भी जिम्मेदार होगा।

साथ ही उन्होंने कहा कि योजनाबद्ध तरीके से भारतीय संस्कृति को बदनाम करने की साजिश हो रही है। साथ ही साक्षी महाराज ने कहा कि साधु संन्यासियों को बदनाम करने के लिए षड़यंत्र किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों की अस्मिता खतरे में है इसलिए साजिश रची जा रही है।

वहीं कुछ सोशल मीडिया यूजर्स ने स्मृति ईरानी के ट्वीट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, चैनलों के बजाय राज्य में तेजी से बिगड़ती कानून व्यवस्था की स्थिति से निपटने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। वहीं कुछ लोगों का मानना है कि, राज्य के मनोहर लाल खट्टर सरकार पूरी तरह से विफल रही। इसी कारण इस हिंसक में 30 लोगों का जान चली गई वहीं 200 से अधिक लोग घायल हो गए।

देखिए कुछ ऐसे ही ट्वीट

https://twitter.com/SennaRed/status/901108222689280000?ref_src=twsrc%5Etfw&ref_url=https%3A%2F%2Fwww.jantakareporter.com%2Findia%2Fsmriti-irani-channels-responsibility%2F145105%2F

https://twitter.com/taoofdudeism/status/901108753910480896?ref_src=twsrc%5Etfw&ref_url=https%3A%2F%2Fwww.jantakareporter.com%2Findia%2Fsmriti-irani-channels-responsibility%2F145105%2F

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