आगामी लोकसभा चुनाव से पहले केन्द्र की सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के खिलाफ एक और महारैली में विपक्षी नेता बुधवार(13 फरवरी) को जंतर मंतर पर जमा होंगे और विभिन्न मुद्दों पर मोदी सरकार को घरेंगे। रैली का आयोजन दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल नीत आम आदमी पार्टी (आप) कर रही है। पार्टी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह समेत भगवा दल को लेकर काफी मुखर है।
आप के दिल्ली संयोजक गोपाल राय ने समाचार एजेंसी पीटीआई(भाषा) को बताया कि रैली में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू, पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा, नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) नेता फारूक अब्दुल्ला और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद यादव हिस्सा लेंगे। उन्होंने बताया, समाजवादी पार्टी, द्रमुक, राष्ट्रीय जनता दल, राष्ट्रीय लोक दल और अन्य पार्टियों के नेता भी महा रैली को संबोधित करेंगे।
उनसे पूछा गया कि क्या कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी रैली में शिरकत कर रहे हैं तो दिल्ली सरकार में मंत्री राय ने कहा कि उन्हें निमंत्रण भेजा गया है। राय ने बताया कि पार्टी ने उन सभी विपक्षी नेताओं को निमंत्रण भेजा है जो पिछले महीने तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष बनर्जी की ओर से आयोजित की गई बीजेपी विरोधी रैली में आए थे।
इस महारैली में शामिल होने के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी दिल्ली आ गई हैं। ममता बनर्जी के दिल्ली आने पर उनके स्वागत में पोस्टर लगाए गए हैं। इन पोस्टर्स पर लिखा है, ‘दीदी यहां खुलकर मुस्कुराइए, आप लोकतंत्र में हैं।’ वहीं एक अन्य पोस्टर पर लिखा है, ‘दीदी यहां आपको लोगों को संबोधित करने से कोई नहीं रोकेगा।’
"दीदी यहां खुलकर मुस्कुराइए आप लोकतंत्र में हैं"!
'Welcome to Delhi, where democracy is alive'.
Posters greet Mamata Banerjee ahead of opposition's rally in Delhi. pic.twitter.com/sHZlGtACEc— Harsh Sanghavi (@sanghaviharsh) February 13, 2019
देश की राजधानी दिल्ली में लगे पोस्टर??
ममता दीदी भारत के लोकतंत्र में आपका स्वागत है। यहाँ आप खुलकर मुस्कुराइए यहाँ आपको कोई भी बोलने से नहीं रोकेगा।@TajinderBagga pic.twitter.com/DUplWELch1— Nikhil (@nikhildadhich) February 13, 2019
सूत्रों ने बताया कि आम चुनाव में कुछ महीने ही शेष रह गए हैं, ऐसे में यह रैली भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और उसके राष्ट्रीय प्रजातांत्रिक गठबंधन (राजग) के सहयोगियों को चुनौती देने के वास्ते एक महागठबंधन बनाने के लिए विपक्षी नेताओं को साथ लाएगी। (इंपुट: भाषा के साथ)