कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने थलसेना प्रमुख जनरल विपिन रावत के सार्वजनिक बयानों को लेकर रविवार(11 जून) को उनकी की तुलना सड़क के गुंडे से कर दी जिससे विवाद पैदा हो गया। भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) ने दीक्षित की टिप्पणी को लेकर उन्हें कांग्रेस से निकाले जाने की मांग की है और कहा कि पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी इस पर माफी मांगें। कांग्रेस ने आननफानन में दीक्षित के बयान से पल्ला झाड़ लिया। चौतरफा आलोचना के बाद दीक्षित ने अपना बयान वापस लिया और माफी मांगी। पूर्व लोकसभा सांसद दीक्षित ने कहा कि पाकिस्तानी थलसेना की तरह हमारी माफिया थलसेना नहीं है जो सड़क के गुंडों की तरह बयानबाजी करती है। जब हमारे थलसेना प्रमुख सड़क के गुंडे की तरह बयान देते हैं तो बुरा लगता है।
दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के पुत्र दीक्षित ने यह भी कहा कि भारतीय थलसेना में गहराई है, भद्रता है और यह एक महान संस्था है, इसने अपने साथ एक विशेष संस्कृति विकसित की है। दीक्षित ने कहा कि मैं नहीं समझता कि हमारे थलसेना प्रमुख इस पर खरे उतरे हैं। मेरा मानना है कि यह थलसेना प्रमुख उस छवि पर खरे नहीं उतरते जैसे भारतीय थलसेना की होनी चाहिए। मेरा मानना है कि थलसेना प्रमुख को राजनीतिक बयानबाजी नहीं करनी चाहिए।
बहरहाल, बाद में दीक्षित ने ट्वीट किया, थलसेना प्रमुख की एक टिप्पणी पर मेरा ऐतराज है, लेकिन मुझे उचित शब्द चुनने चाहिए थे। मैं माफी मांगता हूं। थलसेना प्रमुख के खिलाफ की गई दीक्षित की टिप्पणी पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरन रिजिजू ने जवाब दिया। रिरिजू ने लिखा, कांग्रेस पार्टी को क्या हो गया है? कांग्रेस ने भारतीय थलसेनाध्यक्ष को सड़क का गुंडा कहने की हिमाकत कैसे की?