‘क्रिकेट के भगवान’ के नाम से मशहूर टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज सलामी बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने अपने फैंस से अपील की है कि वे उनकी पहली कार ढूंढने में मदद करें। महंगी गाड़ियां रखने वाले सचिन तेंदुलकर को तलाश है एक ऐसी कार की, जो अब बाजार में उपलब्ध ही नहीं है। पूर्व भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने कहा कि उनकी यह कार ‘मारुति 800’ थी। यह कार 90 के दशक में भारत में बहुत लोकप्रिय थी।
सचिन तेंदुलकर ने अपनी कार को लेकर ज़्यादा जानकारी तो नहीं दी है मगर फैंस से कहा है कि अगर किसी को कार के बारे में पता चलता है तो उनसे संपर्क करें। एक वेब चैट शो में सचिन ने बताया कि उन्होंने प्रोफ़ेशनल क्रिकेटर बनने के बाद यह कार खरीदी थी। तेंदुलकर ने साल 2013 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था मगर आज भी वह भारत की सबसे लोकप्रिय हस्तियों में शुमार हैं।
सचिन अकेले नहीं थे जिन्होंने यह कार खरीदी थी। एक समय मारुति 800 एक कार से कहीं बढ़कर थी। इस कार की लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जब कंपनी ने 2014 में इस कार का उत्पादन बंद करने का फैसला लिया था तो कई लोगों ने दुख जताया था। उस समय बहुत से लोगों ने अपनी कार से जुड़ी यादें साझा की थीं।
BBC की रिपोर्ट के मुताबिक, सचिन ने बताया कि जैसे-जैसे वह इंटरनेशनल क्रिकेट में सफल होते गए उनके घर पर नई कारों का मजमा लगता रहा। आख़िरकार उन्हें पुरानी कार बेचनी पड़ी। उन्होंने इस शो के दौरान यह भी बताया कि उनमें कारों को लेकर जुनून कैसे पैदा हुआ। सचिन ने कहा, “मेरे घर के पास एक बड़ा मूवी हॉल था जहां पर लोग कारों में बैठकर फ़िल्म देखने आते थे। तो मैं अपने भाई के साथ बालकनी से घंटों तक उन कारों को देखता रहता था।”
तेंदुलकर के नाम टेस्ट और वनडे में सबसे ज़्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड है। उन्होंने 200 टेस्ट मैचों में 15,837 और 463 वनडे मैचों में 18,426 रन बनाए हैं। दो बार भारतीय टीम के कप्तान रह चुके सचिन ने 1989 में 16 साल की उम्र में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया था। 2012 में वह 100 अंतरराष्ट्रीय शतक बनाने वाले दुनिया के पहले क्रिकेटर बन गए थे।