दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के घर पर शुक्रवार(16 जून) को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ‘टॉक टू AK’ कैंपेन में कथित वित्तीय अनियमितता को लेकर उनसे पूछताछ करने पहुंची थी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ‘टॉक टू AK’ कार्यक्रम के सिलसिले में लगे कथित आरोपों की प्राथमिक जांच के सिलसिले में सीबीआई ने सिसोदिया का बयान लिया।
फोटो: फेसबुक वॉल सेवहीं, आम आदमी पार्टी(AAP) ने इसे छापेमारी बता रही है। लेकिन सीबीआई ने इसे रेड मानने से इनकार कर दिया है। सीबीआई ने साफ किया कि यह छापेमारी नहीं है, बल्कि मात्र सिसोदिया का बयान दर्ज कराने पहुंचे हैं। सीबीआई ने कहा कि वो सिसोदिया के घर पर किसी भी तरह का छापा नहीं मार रही है।
No raid or search at premises of Manish Sisodia. CBI visit is to seek clarification on certain issues relating to an ongoing Enquiry: CBI
— ANI (@ANI) June 16, 2017
बता दें कि ‘टॉक टू एके’ कैंपेन में कथित तौर पर घोटाले के आरोप हैं। वहीं, दूसरी तरफ इस मामले को राजनीति भी तेज हो गई है। आप ने ट्वीट कर लिखा, ‘मनीष सिसोदिया पर CBI के छापे पड़ रहे हैं, क्योंकि वो दिन-रात सरकारी स्कूलों को प्राइवेट स्कूलों से बेहतर बनाने में लगे हैं।’
मनीष सिसोदिया पर CBI छापे इसलिए पड़ रहे है क्योंकि वो दिन-रात सरकारी स्कूलों को प्राइवेट स्कूलों से बेहतर बनाने में लगे है! pic.twitter.com/Fszb51mTrL
— AAP (@AamAadmiParty) June 16, 2017
आम आदमी पार्टी के अलावा इस मामले को लेकर वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने भी ट्विटर पर परोक्ष रूप से सीबीआई की तुलना तोता और कुत्तों से करते हुए निशाना साधा है। सरदेसाई ने शुक्रवार (16 जून) को ट्वीट किया, ‘सीबीआई आम आदमी पार्टी द्वारा कथित तौर पर पीआर कंपनी को 1.5 करोड़ रुपये देने की जांच कर रही है। मेरे ख्याल से इतना तो हमारे बड़े नेताओं को रोज का जेब खर्च होगा! पिंजरे में बंद तोता या रॉटवीलर?’ बता दें कि रॉटवीलर कुत्तों की एक नस्ल होती है।
CBI eyeing R 1.5 cr allegedly given by AAP to PR firm. I thought this was daily pocket money for our big netas! Caged parrot or Rotweiller?
— Rajdeep Sardesai (@sardesairajdeep) June 16, 2017
वहीं, सिसोदिया के मीडिया सलाहकार अरुंदोय प्रकाश ने ट्वीट कर कहा कि एक ओर जहां सीएम अरविंद केजरीवाल अस्पतालों की जांच कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर सीबीआई ने उपमुख्यमंत्री के घर रेड मार दी है।
https://twitter.com/arunodayprakash/status/875603343413989376?ref_src=twsrc%5Etfw&ref_url=https%3A%2F%2Fwww.jantakareporter.com%2Fhindi%2Ftalk-to-ak-campaign%2F131175%2F
इस अलावा आम आदमी पार्टी ने ‘टॉक टू AK’ कार्यक्रम में किसी भी प्रकार के भ्रष्टाचार के आरोपों को खारिज कर दिया है। आप नेता संजय सिंह के हवाले से पार्टी के आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से ट्वीट किया कर कहा गया है, जब एक कंसलटेंट कंपनी ने बिना कमीशन लिए रेट टू रेट फेसबुक लाइव करवाया तो इसमें भ्रष्टाचार कहां है? साथ ही इस ट्वीट इस प्रोग्राम के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई है।
जब एक कंसलटेंट कंपनी ने बिना कमीशन लिए रेट टू रेट फेसबुक लाइव करवाया तो इसमें भ्रष्टाचार कहाँ है? @SanjayAzadSln pic.twitter.com/sFPTf3fEl7
— AAP (@AamAadmiParty) June 16, 2017
क्या है ‘टॉक टू एके’ का पूरा मामला?
आपको बता दें कि इसी साल सीबीआई ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सोशल मीडिया अभियान ‘टॉक टू AK’ में कथित गड़बड़ियों को लेकर सीबीआई ने सिसोदिया के खिलाफ एक प्रारंभिक जांच दर्ज की थी। दिल्ली सरकार के सतर्कता विभाग की शिकायत पर प्रारंभिक जांच दर्ज की गई है।
मनीष सिसोदिया पर आम आदमी पार्टी सरकार के सोशल मीडिया कैंपेन ‘टॉक टू एके’ से जुड़े नियमों के उल्लंघन का आरोप है। आरोप यह है कि नियमों को ताक पर रखकर एक कंपनी को इस कार्यक्रम के प्रचार का ठेका दिया गया। दिल्ली सरकार के प्रचार विभाग के प्रमुख भी मनीष सिसोदिया ही हैं।
साथ ही वित्त मंत्री का कार्यभार भी सिसोदिया ही संभाल रहे हैं। इस कार्यक्रम में करीब डेढ़ करोड़ रुपये का खर्च आया था। आरोप है कि प्रधान सचिव की आपत्तियों के बावजूद सरकार ने इस प्रस्ताव को आगे बढ़ाया और सलाहकार ने पैसे को खर्च किया। इस मामले में दिल्ली सरकार के प्रचार विभाग सूचना एवं प्रचार निदेशालय के दफ्तर पर सीबीआई ने छापेमारी की थी।