पीएम मोदी का वाराणसी में रोड शो सर्वाधिक सुर्खिया बटोरने वाला आयोजन बन गया था। देशभर का मीडिया इस आयोजन की कवरेज कर रहा था। बीते सप्ताह तमाम दिग्गज पत्रकार पीएम मोदी के रोड शो की कवरेज वाराणसी में कर रहे थे। मशहूर पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने भी पीएम मोदी के रोड शो को कवर करते हुए अपना कार्यक्रम वाराणसी से प्रसारित किया था।
इस दौरान उन्होंने ट्वीट कर BHU के कुलपति वीसी त्रिपाठी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रोड शो में शामिल होने की जानकारी दी थी। उन्होंने लिखा था कि ”हैरानी: बीएचयू के वीसी त्रिपाठी प्रधानमंत्री के राजनीतिक रोड शो में शामिल हुए। ये कहां आ गए हम।”
बाद में राजदीप की इस जानकारी के गलत होने उन्होंने दोबारा से एक और ट्वीट किया और लिखा कि ”मोदी के रोड शो में बीएचयू के वीसी की तस्वीरें वास्तव में गलत निकली। उनसे माफी मांग रहा हूं और ट्वीट वापस ले रहा हूं।”
लेकिन इसके बाद तो वीसी का गुस्सा भड़क गया मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, सीएनएन नेटवर्क 18 से बात करते हुए में BHU के कुलपति वीसी त्रिपाठी ने कहा कि राजदीप के सारे आरोप गलत है। ये विश्वविद्यालय को बदनाम करने की साजिश है, एक द्वेषपूर्ण पत्रकार (राजदीप) ने ट्विटर पर झूठ फैला कर इस विवाद की शुरूआत की। अगर वो कैंपस में दोबारा आए तो वो तरीके से पीटे जाएंगे।
खुद के संघ से जुड़ा होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि ‘मैं हूं RSS का, मैं संघ से जुड़ा हूं और मुझे इस बात पर गर्व है।’