कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी ने भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की एक ताजा रिपोर्ट का हवाला देते हुए बुधवार को सरकार पर निशाना साधा और कहा कि ध्यान भटकाने से नहीं, बल्कि खर्च बढ़ाने और गरीबों के हाथों में पैसे देने से अर्थव्यवस्था पटरी पर आएगी।
राहुल गांधी ने बुधवार (26 अगस्त) को ट्वीट किया, ‘‘जिस बारे में मैं महीनों से आगाह कर रहा था उसकी पुष्टि आरबीआई ने की है। सरकार को अब ज्यादा खर्च करने की जरूरत है, कर्ज देने की जरूरत नहीं है। गरीब को पैसा दीजिए, उद्योगपतियों के कर में कटौती नहीं। खपत से अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाइए।’’ कांग्रेस नेता ने कहा कि मीडिया के जरिए भटकाने से गरीबों की मदद नहीं होगी और न ही आर्थिक त्रासदी गायब होगी।
RBI has now confirmed what I have been warning for months.
Govt needs to:
Spend more, not lend more.
Give money to the poor, not tax cuts to industrialists.
Restart economy by consumption.Distractions through media won't help the poor or make the economic disaster disappear. pic.twitter.com/OTDHPNvnbx
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 26, 2020
आरबीआई ने अपनी ताजा रिपोर्ट में कहा है कि अर्थव्यवस्था में मांग को पटरी पर आने में लंबा समय लगेगा और इसका कोविड-19 के पहले के स्तर पर पहुंचना सरकारी खपत पर निर्भर करेगा। उसके मुताबिक, भारत को सतत वृद्धि की राह पर लौटने के लिए तेजी से और व्यापक सुधारों की जरूरत है।
केंद्रीय बैंक ने कहा, ‘‘साल के दौरान अबतक सकल मांग के आकलन से पता चलता है कि खपत पर असर काफी गंभीर है और इसके पटरी पर तथा कोविड-19 के पूर्व स्तर पर आने में लंबा समय लगेगा।’’
इससे पहले राहुल गांधी ने अर्थव्यवस्था की स्थिति एवं बेरोजगारी को लेकर शुक्रवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया था कि छवि सुधारने में सरकारी पैसे का उपयोग किया जा रहा है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार (21 अगस्त) को एक खबर का हवाला देते हुए ट्वीट किया, ‘‘आर्थिक गिरावट, बेरोजगारी, चीनी आक्रमकता है। सरकार करदाताओं का पैसा छवि सुधारने पर लगा रही है।’’ (इंपुट: भाषा के साथ)