देश भर में कई दलित संगठनों ने अनुसूचित जाति-जनजाति (अत्याचार रोकथाम) अधिनियम पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में सोमवार (2 अप्रैल) भारत बंद का आह्वान किया है। बता दें कि, भारत बंद को कई राजनीतिक पार्टियों और कई संगठनों ने समर्थन भी दिया है।
दलित संगठनों की मांग है कि अनुसूचित जाति-जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम 1989 में संशोधन को वापस लेकर एक्ट को पहले की तरह लागू किया जाए। एससी/एसटी ऐक्ट पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर कर दी है। इस बंद को देखते हुए पंजाब सरकार ने बस और मोबाइल इंटरनेट सेवाएं निलंबित रखने का आदेश दिया है, जबकि सेना एवं अर्द्धसैनिक बलों को किसी भी परिस्थिति के लिये तैयार रहने के लिये कहा गया है।
इसके अलावा स्कूल बंद रहेंगे और बसें भी कल सड़कों पर नहीं चलेंगी। राज्य में आज होने वाली 10वीं और 12वीं के सीबीएसई परीक्षाएं भी स्थगित कर दी गई हैं। ख़बरों के मुताबिक, पंजाब सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि सोशल मीडिया पर अफवाहें फैलाने वालों पर लगाम लगाने के मद्देनजर रविवार शाम पांच बजे से सोमवार रात 11 बजे तक राज्य में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं निलंबित रहेंगी।
इसी बीच, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, ‘दलितों को भारतीय समाज के सबसे निचले पायदान पर रखना RSS/BJP के DNA में है। जो इस सोच को चुनौती देता है उसे वे हिंसा से दबाते हैं। हजारों दलित भाई-बहन आज सड़कों पर उतरकर मोदी सरकार से अपने अधिकारों की रक्षा की मांग कर रहे हैं। हम उनको सलाम करते हैं।’ बता दें कि, उन्होंने अपने ट्वीट में #BharatBandh का भी इस्तेमाल किया है।
दलितों को भारतीय समाज के सबसे निचले पायदान पर रखना RSS/BJP के DNA में है। जो इस सोच को चुनौती देता है उसे वे हिंसा से दबाते हैं।
हजारों दलित भाई-बहन आज सड़कों पर उतरकर मोदी सरकार से अपने अधिकारों की रक्षा की माँग कर रहे हैं।
हम उनको सलाम करते हैं।#BharatBandh
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 2, 2018