वरिष्ठ पत्रकार और निजी समाचार चैनल एनडीटीवी के सह-संस्थापक प्रणय रॉय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी पर टीवी चैनल के खिलाफ झूठा अभियान चलाने का आरोप लगाया है। अपने पत्र में प्रणय रॉय ने लिखा है कि सुब्रमण्यम स्वामी चैनल एनडीटीवी के खिलाफ दुष्प्रचार कर रहे हैं।
जनसत्ता में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक प्रणय रॉय ने पीएम मोदी को लिखे पत्र में कहा है, ‘मैं एनडीटीवी को लेकर सुब्रमण्यम स्वामी द्वारा आपको (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी) लिखे पत्रों के संदर्भ में यह पत्र लिख रहा हूं। उनका पत्र झूठ का पुलिंदा है, जिसका उद्देश्य एनडीटीवी को चुप कराना है। साथ ही भारत की स्वतंत्र मीडिया के लिए चेतावनी भी।’
रॉय ने आगे लिखा है, ‘मुझे लगा कि यह मेरा कर्तव्य है कि इसे आपके संज्ञान में लाया जाए। सुब्रमण्यम स्वामी अनैतिक और संदिग्ध तरीकों से अमेरिका की बेहतरीन कंपनियों (जीई और एनबीसी) को मनीलांड्रिंग का आरोपी बना रहे हैं। साथ ही एनडीटीवी के साथ फर्जी वित्तीय लेनदेन का भी आरोप लगा रहे हैं।’
उन्होंने पीएम मोदी को लिखे पत्र में कहा है, ‘प्रवर्तन निदेशालय और आयकर विभाग की ओर से भी इस तरह के अपमानजनक आरोप लगाए जा रहे हैं। भारतीय एजेंसियों द्वारा लगाए गए आरोप इस हद तक गंभीर हैं कि अमेरिकी कानून के तहत इन अपराधों के लिए ज्येफ इमेल्ट (जीई के तत्कालीन सीईओ) को कठोर करावास की सजा हो सकती है।
ईडी और आईटी के आरोपों पर एनबीसी के सीईओ ज्येफ जुकर को भी जेल जाना पड़ सकता है। जुकर फिलहाल सीएनएन के अध्यक्ष हैं। भारत बिना किसी साक्ष्य के उन पर मनीलांड्रिंग का आरोप लगा रहा है। सुब्रमण्यम स्वामी इसको लेकर दुर्भावनापूर्ण अभियान भी चला रहे हैं।’
रिपोर्ट के मुताबिक, रॉय ने पीएम मोदी को लिखी चिट्ठी में इमेल्ट और जुकर से कई बार मिलने की बात भी कही है। उन्होंने यह भी बताया कि जीई और एनबीसी ने एनडीटीवी में निवेश भी किया है। रॉय ने लिखा, ‘प्रधानमंत्री जी पीएम बनने के बाद आप भी इमेल्ट से कई बार मिल चुके हैं।
ईडी और आईटी विभाग द्वारा इन दोनों पर एनडीटीवी के साथ मिलकर मनीलांड्रिंग का आरोप लगाना हामरे देश के लिए शर्मनाक है। जीई और एनबीसी पर लगाए गए इन आरोपों पर अंतरराष्ट्रीय बिजनेस कम्यूनिटी भी गौर फरमाने लगा है। इससे पूरी दुनिया के साथ अमेरिका के व्यवसायी भी सकते में हैं।’ प्रणय रॉय ने जांच एजेंसियों के अधिकारियों पर सुब्रमण्यम स्वामी द्वारा दबाव बनाने का भी आरोप लगाया है।
बता दें कि पिछले साल जुलाई महीने में इनकम टैक्स अपीलीय ट्रिब्यूनल (आईटीएटी) ने एनडीटीवी के संस्थापक प्रणय रॉय को कर चोरी और मनी लॉन्ड्रिंग के लिए दोषी ठहराया था। अपीलीय ट्रिब्यूनल ने कहा था कि रॉय 642 करोड़ रुपए की मनी लॉन्ड्रिंग और टैक्स चोरी के लिए जिम्मेदार थे।