हाल ही राजस्थान की दो लोकसभा और एक विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनावों में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को तगड़ा झटका लगा है, सभी सीटों पर बीजेपी को मुंह की खानी पड़ी है। इस साल राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए इस शर्मनाक हार के बाद बीजेपी की टेंशन बढ़ गई है।
इसी बीच, राज्य की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के एक बयान से राजस्थान की सियासत में तूफान उठ गया है। सीएम वसुंधरा राजे ने कहा है कि सरकार की तरफ से वादे पूरे किए जाने की कोई गारंटी नहीं है। सीएम वसुंधरा राजे का ये बयान राज्य का बजट पेश करने के तुरंत बाद आया है।
एबीपी न्यूज़ की ख़बर के मुताबिक, कल मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अपने कार्यकाल का आखिरी बजट पेश किया था, जिसमें उन्होंने कई बड़े और लोकलुभावन वादे किए। लेकिन जब प्रेस कॉन्फ्रेंस में उनसे पूछा गया कि वादों को आचार संहिता लगने से पहले कैसे पूरा करेंगी तो सीएम वसुंधरा ने कहा कि इसकी कोई गारंटी नहीं है।
एबीपी न्यूज़ के मुताबिक, सीएम वसुंधरा राजे के इस बयान पर कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा कि अब बीजेपी खुद मान चुकी है कि उनका वक़्त पूरा हो गया है।
बता दें कि, सोमवार को ही वसुंधरा राजे ने अपनी सरकार के इस कार्यकाल का आखिरी बजट पेश किया था। इस बजट में उन्होंने किसानों का 50 हजार तक का कर्ज माफा करने की घोषणा की थी। साथ ही वसुंधरा ने आठ महीने में एक लाख सरकारी नौकरियों की भी घोषणा की थी।
गौरतलब है कि, राजस्थान में इस साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं जिसके मद्देनजर कुछ महीने बाद आचार सहिंता भी लग जाएगी। हालांकि, सरकार के सामने ये भी एक चुनौती रहेगी कि वो बजट में की गई घोषणाओं को समयबद्ध रहते पूरा कर ले नहीं तो विपक्ष इसे मुद्दा बनाकर जनता के सामने रख सकता है।
वहीं, दूसरी और हाल ही राजस्थान की दो लोकसभा और एक विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनावों में बीजेपी की हार पर पार्टी के ही विधायक ज्ञान देव आहूजा के खुश होने का ऑडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
इस ऑडियो में एक पार्टी कार्यकर्ता से फोन पर बात करते हुए आहूजा को यह कहते हुए सुना जा रहा है कि उन्होंने ‘तो पहले ही चुनाव के नतीजों की भविष्यवाणी कर दी थी’ और उन्होंने ‘दिल्ली में सांगठनिक महासचिव से राजस्थान में नेतृत्व बदलने की मांग की है।’
ऑडियो क्लिप में वह कार्यकर्ता से कह रहे हैं कि यह सरकार की हार है, हमारी नहीं। बीजेपी विधायक ने ऑडियो में कहा, ‘हम 40 हजार वोटों से हारे, फिर भी मैं मुस्करा रहा हूं क्योंकि मुझे पता था कि क्या होने वाला है।’