मध्य प्रदेश की भोपाल संसदीय सीट से भाजपा की सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर के बयान को लेकर मचे बवाल के बीच आज उनका एक ट्वीट चर्चा का केंद्र बन गया। लोकसभा में बुधवार को महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को ‘देशभक्त’ बताने वाली टिप्पणी पर प्रज्ञा ठाकुर की सफाई आई। प्रज्ञा ठाकुर ने ट्वीट करते हुए कहा कि यह झूठ है, मैंने केवल उधम सिंह का अपमान नहीं सहा।

बता दें कि, प्रज्ञा ठाकुर ने बुधवार को लोकसभा में चर्चा के दौरान महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त करार दिया था। इस पर सियासी माहौल गर्माया हुआ है। प्रज्ञा ठाकुर ने लोकसभा में दिए अपने बयान पर उपजे विवाद पर गुरुवार को सफाई देते हुए कहा है कि उन्होंने “ऊधम सिंह जी का अपमान नहीं सहा, बस”।
प्रज्ञा ठाकुर ने गुरुवार को ट्वीट किया, “कभी-कभी झूठ का बवंडर इतना गहरा होता है कि दिन में भी रात लगने लगती है। किंतु सूर्य अपना प्रकाश नहीं खोता, पलभर के बवंडर में लोग भ्रमित न हों, सूर्य का प्रकाश स्थाई है। सत्य यही है कि कल मैंने ऊधम सिंह जी का अपमान नहीं सहा, बस।”
कभी-2 झूठ का बबण्डर इतना गहरा होता है कि दिन मे भी रात लगने लगती है किन्तु सूर्य अपना प्रकाश नहीं खोता पलभर के बबण्डर मे लोग भ्रमित न हों सूर्य का प्रकाश स्थाई है। सत्य यही है कि कल मैने ऊधम सिंह जी का अपमान नहीं सहा बस।
— Sadhvi Pragya Official (@SadhviPragya_MP) November 28, 2019
बता दें, प्रज्ञा ठाकुर की इस टिप्पणी पर भाजपा ने भी कार्रवाई की है। भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने संवाददाताओं से कहा कि भाजपा, लोकसभा सांसद प्रज्ञा ठाकुर की टिप्पणी की निंदा करती है, पार्टी ऐसे बयानों का कभी समर्थन नहीं करती। जे पी नड्डा ने ठाकुर को रक्षा मामलों की परामर्श समिति से हटाए जाने की भी सिफारिश की। ठाकुर संसद सत्र के दौरान भाजपा संसदीय दल की बैठक में हिस्सा नहीं ले सकेंगी।
#WATCH BJP Working President JP Nadda: Pragya Thakur's statement (referring to Nathuram Godse as 'deshbhakt') yesterday in the parliament is condemnable. She will be removed from the consultative committee of defence. pic.twitter.com/hHO9ocihdf
— ANI (@ANI) November 28, 2019
वहीं, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी निशाना साधा है। राहुल गांधी ने प्रज्ञा ठाकुर को ‘आतंकी’ कहा है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है, ‘आतंकी प्रज्ञा ने आतंकी गोडसे को एक देशभक्त कहा है। यह भारतीय संसद के इतिहास में एक दुखदायी दिन है।’