भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने लोकसभा में अपनी सांसद प्रज्ञा ठाकुर के विवादास्पद बयान की गुरूवार को निंदा की और उन्हें रक्षा मामलों की परामर्श समिति से हटाए जाने की सिफारिश की।
भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने संवाददाताओं से कहा कि भाजपा, लोकसभा सांसद प्रज्ञा ठाकुर की टिप्पणी की निंदा करती है, पार्टी ऐसे बयानों का कभी समर्थन नहीं करती। जे पी नड्डा ने ठाकुर को रक्षा मामलों की परामर्श समिति से हटाए जाने की भी सिफारिश की। ठाकुर संसद सत्र के दौरान भाजपा संसदीय दल की बैठक में हिस्सा नहीं ले सकेंगी।
बता दें कि प्रज्ञा ठाकुर ने बुधवार को लोकसभा में एसपीजी संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान राष्ट्रपति महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त करार दिया था। कांग्रेस सांसदों ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई थी।
#WATCH BJP Working President JP Nadda: Pragya Thakur's statement (referring to Nathuram Godse as 'deshbhakt') yesterday in the parliament is condemnable. She will be removed from the consultative committee of defence. pic.twitter.com/hHO9ocihdf
— ANI (@ANI) November 28, 2019
प्रज्ञा ठाकुर मामले में राजद के मनोज झा और आप के संजय सिंह ने कार्य स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया। राज्यसभा में राजद के सदस्य मनोज झा और आप के संजय सिंह ने भाजपा सांसद प्रज्ञा ठाकुर के नाथूराम गोडसे के बारे में दिए विवादित बयान के मामले को उच्च सदन में उठाने की सभापति से अनुमति माँगते हुए कार्यस्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया है।
राज्यसभा सचिवालय के सूत्रों के अनुसार झा और सिंह ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे गोडसे को लोकसभा में ठाकुर द्वारा देशभक्त बताने पर नियम 267 के तहत राज्यसभा के सभापति को भेजे नोटिस में सदन की पूर्वनिर्धारित कार्यवाही को स्थगित कर सदन में इस मुद्दे पर चर्चा कराने की मांग की है।
सूत्रों के अनुसार माकपा के राज्यसभा सदस्य केके रागेश ने भी नियम 267 के तहत सभापति को नोटिस देकर बीएसएनएल के कर्मचारियों के साथ हो रहे भेदभाव का मुद्दा सदन में उठाने की माँग की है। नोटिस मे उन्होंने बीएसएनएल संविदा श्रमिकों को दस महीने से वेतन नहीं मिलने और केंद्र सरकार द्वारा आधे से अधिक नियमित तथा ठेका कर्मियों की छटनी का मुद्दा उठाने की माँग की है। (इंपुट: भाषा के साथ)