गुजरात में उत्तर भारतीयों पर हो रहे हमले को लेकर PM मोदी के संसदीय क्षेत्र में लगे पोस्टर- ‘गुजराती नरेंद्र मोदी बनारस छोड़ो’

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गुजरात के कई हिस्सों में गैर गुजरातियों के खिलाफ हिंसा की घटनाएं देखने को मिल रही हैं। पुलिस के मुताबिक हिंसा के शिकार लोगों में खास तौर पर उत्तर प्रदेश, बिहार एवं मध्य प्रदेश के रहने वाले शामिल हैं। गुजरात में बीते एक सप्ताह से स्थानीय लोग गैर गुजराती मजदूरों को अपना निशाना बना रहे हैं। लोगों के आक्रोश को देखते हुए इन राज्यों के हजारों मजदूर वहां से अपने घर यूपी, बिहार और मध्य प्रदेश लौटने लगे हैं।

फोटो: सोशल मीडिया

गौरतलब है कि 28 सितंबर को साबरकांठा जिले में 14 महीने की एक बच्ची के साथ कथित बलात्कार के बाद छह जिलों में हिंदीभाषी लोगों पर हमलों की कई घटनाएं हुई हैं। बलात्कार के मामले में बिहार के एक प्रवासी श्रमिक को गिरफ्तार किए जाने के बाद हिंसा की शुरूआत हुई थी। पुलिस ने इस घटना के संबंध में बिहार के श्रमिक रवींद्र साहू को गिरफ्तार किया है। 14 महीने की मासूम के साथ घिनौनी वारदात के सामने आने के बाद गैर गुजरातियों पर लगातार हमले हो रहे हैं।

बनारस में पीएम मोदी के खिलाफ पोस्टर

गुजरात में खासकर यूपी, बिहार और मध्य प्रदेश के लोगों पर हो रहे हिंसक हमले का विरोध अब शुरू हो चुका है। मंगलवार को इसका खासा असर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में दिखाई देने लगा है। कई जगहों पर पीएम मोदी के विरोध में पोस्टर चिपकाए गए हैं। जिस पर लिखा है- ‘गुजराती नरेंद्र मोदी बनारस छोड़ो’। साथ ही बनारस में रह रहे गुजरातियों व महाराष्ट्र के लोगों को एक हफ्ते में बनारस छोड़ने की चेतावनी जारी की गई है।

यह पोस्टर ‘यूपी बिहार एकता मंच’ की तरफ से शहर में लगवाए गए हैं।‘यूपी बिहार एकता मंच’ ने गुजरात में उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों पर हो रहे हमलों की कड़ी निंदा की है। मंच ने गुजरात सरकार से आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। मंच ने शहर में पोस्टर लगाने के साथ ही गुजराती और मराठी लोगों से एक हफ्ते में वाराणसी छोड़ने के लिए भी कहा है।

CM विजय रूपाणी ने की लौटने की अपील

हिंदी भाषी प्रवासियों की सुरक्षा के लिए गुजरात के औद्योगिक इलाकों में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। हमलों के बाद हिंदीभाषी लोगों के गुजरात से बाहर जाने के बीच राज्य सरकार ने सोमवार को उनसे लौटने की अपील की। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने लोगों से हिंसा में शामिल नहीं होने की अपील की। वहीं राज्य सरकार ने प्रवासियों को सुरक्षा का आश्वासन देते हुए कहा कि हमलों के संबंध में 431 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 56 प्राथमिकियां दर्ज की गई हैं।

रूपाणी ने दावा किया कि पिछले 48 घंटों में कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने स्थिति पर काबू पा लिया है। उन्होंने कहा कि पुलिस के गहन प्रयासों के कारण स्थिति नियंत्रण में है औैर पिछले 48 घंटों में कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है। समचाार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक उन्होंने राजकोट में संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं और परेशानी की स्थिति में लोग पुलिस को बुला सकते हैं। हम उन्हें सुरक्षा मुहैया कराएंगे।’’

योगी-नीतीश ने रूपाणी से की बात

यूपी-बिहार के लोगों पर हमले की खबरों के बाद उत्तर प्रदेश और बिहार के मुख्यमंत्रियों- क्रमश: योगी आदित्यनाथ और नीतीश कुमार तथा केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने विजय रूपाणी से बात की और हमलों को लेकर चिंता जताई। नीतीश कुमार ने बच्ची के साथ दुष्कर्म की निंदा की और कहा कि अपराध करने वाले को निश्चित तौर पर दंडित किया जाना चाहिए। लेकिन अन्य लोगों के संबंध में समान धारणा नहीं रखनी चाहिए।

नीतीश ने कहा, ‘‘हमारी गुजरात के मुख्यमंत्री और वहां के मुख्य सचिव से बातचीत हुई है। हमारे मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक लगातार उनके संपर्क में हैं।’’ वहीं, योगी आदित्यनाथ ने कहा कि रूपाणी ने उनसे कहा कि उनकी सरकार ने सभी के लिए सुरक्षा सुनिश्चित की है तथा सबका स्वागत है। उन्होंने कहा कि गुजरात एक शांतिप्रिय राज्य है और वे लोग अफवाहें फैला रहे हैं जो वहां का विकास मॉडल पसंद नहीं करते।

 

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