मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) ने तीन चरणों में होने वाले बिहार विधासनभा चुनाव के लिए अपने 115 उम्मीदवारों की पूरी लिस्ट बुधवार को एक साथ जारी कर दी। जदयू की कैंडिडेट लिस्ट में कुछ ऐसे नाम भी हैं जिनके ऊपर गंभीर मामले दर्ज हैं। लिस्ट में एक नाम ऐसा है, जिसने सबको चौंका दिया है और वह नाम है नीतीश सरकार की पूर्व मंत्री मंजू वर्मा का। नीतीश कुमार की पार्टी ने मंजू वर्मा को भी टिकट दिया है, जो 2018 में मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड की आरोपी हैं।
बता दें कि, मंजू वर्मा 2018 में पूरे देश को हिलाकर रख देने वाले मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड की आरोपी हैं और जिन्हें पार्टी ने खुद निकाल दिया था। वर्मा उस वक्त नीतीश सरकार में समाज कल्याण विभाग की मंत्री थीं। विपक्ष का आरोप था कि वर्मा की नाक के नीचे बालिका गृह कांड होता रहा और वह आंखें मूंदे रहीं। इस कांड के सामने आने के बाद नीतीश कुमार की काफी किरकिरी हुई जिसके बाद मंजू वर्मा पर इस्तीफे का दबाव बना। हालांकि दबाव के बावजूद कई दिनों के बाद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दिया था।
मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड में विवादों में रहीं पूर्व मंत्री मंजू वर्मा को जेडीयू ने चेरिया बरियारपुर विधानसभा सीट से टिकट देकर पार्टी का उम्मीदवार घोषित किया है। फिलहाल, वह जमानत पर बाहर हैं। इतना ही नहीं, मुजफ्फरपुर कांड सामने आने के बाद जदयू ने उन्हें निलंबित भी कर दिया था। मंजू वर्मा को टिकट दिए जाने से लोग आश्चर्यचकित हैं कि नीतीश ने फिर से मंजू पर कैसे भरोसा जताया है, आखिर क्या मजबूरी है।
गौरतलब है कि, निर्वाचान आयोग ने 28 अक्टूबर, तीन नवंबर और सात नवंबर को तीन चरणों में मतदान कराने और 10 नवंबर को मतगणना कराने की घोषणा की है। पहले चरण के तहत 28 अक्टूबर को राज्य के 71 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान होगा जबकि तीन नवंबर को दूसरे चरण का मतदान 94 सीटों पर होगा। सात नवंबर को तीसरे चरण का मतदान 78 विधानसभा सीटों पर होगा।