उत्तर प्रदेश में मासूम बच्चियों से रेप की घटना रुकने का नाम नहीं ले रही है, जिसका ताजा मामला एक बार फिर से देखने को मिला है। बदायूं जिले के हजरतपुर गांव में एक पांच साल की दलित बच्ची से दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है। आरोपी पीड़िता का अपना चाचा है। पीड़िता को अत्यधिक रक्तस्राव होने के बाद अपना अपराध छिपाने के लिए आरोपी ने उसके अंगों पर मोबिल तेल डालकर स्राव रोकने की कोशिश की। पीड़िता को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बच्ची अपने दोस्तों के साथ खेल रही थी, तभी 35 वर्षीय आरोपी उसे पड़ोस में अपने घर ले गया। पीड़ित बच्ची द्वारा पेट में अत्यधिक दर्द की शिकायत करने के बाद उसके परिवार को घटना के बारे में पता चला। उसे एक डॉक्टर के पास ले जाया गया, जिसके बाद दुष्कर्म की पुष्टि हुई। आरोपी पर आईपीसी की धाराओं और पोक्सो अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। लड़की के परिवार को सरकारी लाभार्थी योजना के तहत 3 लाख रुपये प्रदान किए गए हैं, क्योंकि वे बहुत गरीब हैं।
समाचार एजेंसी आईएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक, जिला मजिस्ट्रेट कुमार प्रशांत ने लड़की के परिवार को मदद करने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में कहा, हमने सुनिश्चित किया है कि उनका राशन कार्ड प्राथमिकता के आधार पर बनाया जाए और खेत की जमीन का एक टुकड़ा पट्टे पर प्रदान किया जाए।
बदायूं के एसएसपी संकल्प शर्मा ने गुरुवार को कहा, आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और लड़की को उचित इलाज मिल रहा है। उसकी हालत स्थिर है। उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। उन्होंने आगे कहा कि सर्कल अधिकारी मामले की जांच करेगा और चार्जशीट जल्द ही दायर होने की उम्मीद है। एसएसपी ने कहा, हमारे पास आरोपियों के खिलाफ पर्याप्त सबूत हैं। हम फास्ट-ट्रैक कोर्ट में स्पीडी ट्रायल सुनिश्चित करेंगे।
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार भले ही महिलाओं की सुरक्षा को लेकर लाख दावे कर रही हो, लेकिन हकीकत इससे काफी दूर है। राज्य से रोज मासूम बच्चियों और महिलाएं से रेप व छेड़छाड़ की कोई न कोई घटनाएं सामने आती ही रहती है, जो चीख-चीखकर बता रही हैं कि यूपी में महिलाएं कहीं भी सुरक्षित नहीं है। राज्य में हाल ही में एक के बाद एक रेप की कई वारदातें सामने आई हैं।