गुजरात के राजकोट में एक दलित मजदूर से साथ बेरहमी से मारपीट करके उसकी हत्या करने के मामले को राष्ट्रीय मानवाधिकार ने संज्ञान में लिया है।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, राष्ट्रीय मानवाधिकार ने इसे गंभीर मुद्दा माना है। आयोग ने इस घटना को लेकर गुजरात के मुख्य सचिव को एक नोटिस जारी कर राज्य सरकार से 4 हफ्ते में रिपोर्ट मांगी है। बता दें कि, दलित मजदूर से साथ मारपीट का वीडियो भी सोशल मीडिया पर कांफी वायरल हुआ था।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने मृतक की पत्नी की शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर लिया है। बताया जा रहा है कि पीड़ित परिवार एक कबाड़ की दुकान में कूड़ा बीनने गया था। लेकिन कहा जा रहा है कि वहां के कर्मचारियों ने उन लोगों को चोर समझ लिया और उनमें से एक को बांध कर बुरी तरह से पीटा। पुलिस ने इस मामले में 5 लोगों को गिरफ्तार किया है, उनके खिलाफ हत्या और एससी-एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है।
बता दें कि, दलित की पिटाई का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। 18 सेकंड के इस वीडियो में साफ नजर आ रहा है कि एक युवक को दीवार से बांधकर कुछ लोग बुरी तरह पीट रहे हैं। एक युवक उस बांधकर रस्सी को पकड़ा हुआ है और दूसरा आदमी उसे लोहे का रॉड से पीट रहा है। बाद में फैक्ट्री मालिक आता है और दलित की पिटाई कर रहे मजदूर के हाथ से लोहे का रॉड ले लेता है और फिर खुद दलित व्यक्ति की पिटाई शुरू कर देता है।
गुजरात के वडगाम से विधायक और दलित कार्यकर्ता जिग्नेश मेवानी ने दलित युवक की पिटाई का वीडियो अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर करते हुए लिखा था कि, “राजकोट में दलित जाति से संबंध रखने वाले मुकेश वनिया को फैक्ट्री मालिकों ने बुरी तरह पीटा और मार दिया। उसकी पत्नी को भी बुरी तरह पीटा गया है।” इसके साथ उन्होंने हैश टैग ‘गुजरात इज नॉट सेफ फॉर दलित’ लिखा यानी गुजरात दलितों के लिए सुरक्षित नहीं है।
गुजरात में चोरी के आरोप में दलित मजदूर की बेरहमी से पीट-पीटकर हत्या, पत्नी को भी पीटा
दलित नेता और विधायक जिग्नेश मेवानी का आरोप- गुजरात में चोरी के आरोप में दलित मजदूर की बेरहमी से पीट-पीटकर हत्या, पत्नी को भी पीटा
Posted by जनता का रिपोर्टर on Sunday, 20 May 2018