VIDEO: नसीरुद्दीन शाह ने कहा, ‘मसखरे’ और ‘चाटुकार’ अनुपम खेर को गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं; JNU, जामिया और AMU में हिंसा को लेकर PM मोदी की शिक्षा पर उठाए सवाल

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बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता नसीरुद्दीन शाह ने नागरिकता संशोधन कानून (CAA) से लेकर देशभर में चल रहे विरोध प्रदर्शनों पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। हाल ही में एक इंटरव्यू में उन्होंने नागरिकता संशोधन कानून, जेएनयू, जामिया और AMU विश्वविद्यालय में हुई हिंसा और बॉलीवुड स्टार्स की चुप्पी पर बात की।

नसीरुद्दीन शाह
फाइल फोटो

बता दें कि, नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) को लेकर बॉलीवुड दो धड़े में बंट गया है। एक धड़ा विरोध में है तो दूसरा समर्थन में। अभिनेता ने विश्वविद्यालय के कई परिसरों में उनके खिलाफ हालिया हिंसक प्रदर्शन के दौरान छात्रों के प्रति अवमानना ​​के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा। इस दौरान उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि, ‘मसखरे’ और ‘चाटुकार’ अनुपम खेर को गम्भीरता से लेने की ज़रूरत नहीं। गौरतलब है कि अभिनेता नसीरूद्दीन शाह पहले भी कई सामाजिक मुद्दों पर खुलकर बोलते नजर आए हैं।

‘द वायर’ वेबसाइट को दिए गए एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में नसीरुद्दीन शाह ने देश में बढ़ती सांप्रदायिकता पर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने इंटरव्यू में खासतौर पर साथी अभिनेता अनुपम खेर का जिक्र करते हुए कहा कि, ‘मैं ट्विटर पर नहीं हूं, ट्विटर पर मौजूद इन लोगों के बारे में मैं वास्तव में चाहता हूं कि वे जिस चीज के बारे में विश्वास रखते हैं उस पर अपना मन बना लें।’ उन्होंने कहा, ‘अनुपम खेर जैसे लोग काफी मुखर हैं। मुझे नहीं लगता कि उनको बहुत ज्यादा तवज्जो दिए जाने की जरूरत है, वह एक मसखरे हैं। एफटीआईआई और एनएसडी के उनके समकालीनों में से कोई भी उनके चाटुकारिता स्वभाव की पुष्टि कर सकता है। यह उनके खून में है और वह किसी की मदद नहीं कर सकते। बता दें कि, अनुपम खेर ने सीएए के विरोध प्रदर्शनों के दौरान हिंसा पर ट्वीट किए थे।

शाह ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि, छात्रों का अपमान हुआ। छात्रों की अवमानना ​​मुझे सबसे ज़्यादा परेशान कर रही है। मुझे लगता है कि जिन लोगों को नहीं पता कि छात्र होना क्या होता है, वो छात्रों और बुद्धिजीवियों को एक बीमारी मानते हैं। इसलिए हैरानी नहीं है कि प्रधानमंत्री के पास छात्रों के लिए कोई सहानुभूति या दया नहीं है। वह खुद कभी छात्र नहीं रहे। उनका एक वीडियो क्लिप है, जिसमें वो कह रहे हैं कि प्रधानमंत्री बनने से पहले उन्होंने कभी पढ़ाई नहीं की, तो आप उनसे छात्रों के प्रति सहानुभूति की उम्मीद कैसे कर सकते हैं?

यहां देखें पूरा इंटरव्यू

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