पीट​​​​-पीटकर की जा रही हत्याओं के डर से बुर्का पहन घूम रहा था इंजीनियर, पुलिस हैरान

0

देश भर में भीड़ द्वारा पीट-पीटकर की जा रही हत्याओं के डर से बुर्का पहनकर घूम रहे एक मुस्लिम इंनीजियर को अलीगढ़ रेलवे स्टेशन पर हिरासत में लिया गया है। दरअसल, अलीगढ़ रेलवे स्टेशन पर उस वक्त अजीबोगरीब स्थिति उत्पन्न हो गई, जब बुर्के में घूम रहे एक युवक को यात्रियों ने दबोच लिया और जीआरपी के हवाले कर दिया। यह मामला रविवार(2 जुलाई) का है।

PC: amar ujala

टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, पूछताछ में युवक ने अपना नाम नजमुल हसन पुत्र अब्दुल हसन निवासी सुल्तानगढ़ पटना बिहार बताया है। 42 वर्षीय इंजीनियर हसन ने बताया कि बुर्का पहनकर वह अपनी पहचान छुपाना चाहता था, क्योंकि वह मुस्लिम लोगों को भीड़ द्वारा पीट-पीटकर की जा रही हत्याओं की खबरों से डरा हुआ था, क्योंकि वह भी एक मुस्लिम है।

रिपोर्ट के मुताबिक, इंजीनियर हसन कासिमपुर पावर स्टेशन में काम करता है। हसन ने अधिकारियों को बताया कि वह अपने बीमार रिश्तेदार की देखभाल करने के लिए बार-बार दिल्ली जाता रहता है। उसने बताया कि अलीगढ़ स्टेशन पर उतरते वक्त जब वह गलती से एक शख्स से टकरा गया, तो उस शख्स ने धर्म के नाम पर उसे बुरा-भला कहना शुरू कर दिया था।

अखबार के मुताबिक, हसन ने बताया कि जब वह शख्स उसके साथ गलत व्यवहार कर रहा था उस वक्त वह शख्स भीड़ में तब्दील हो गया और उसे शहर में न रहने देने की धमकी भी दी। हसन ने पुलिस को आगे बताया, ‘मैंने बल्लभगढ़ में जुनैद की भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या की खबर पढ़ी थी।

मैं अपने ऊपर मंडरा रहे खतरे को लेकर काफी डर गया, लेकिन यात्रा न करना मेरे लिए मुमकिन नहीं है। इसलिए मैंने बुर्का पहन यात्रा करने का फैसला किया।’ हालांकि, पुलिस ने हसन से पूछताछ करने के बाद छोड़ दिया।

पुलिस अधिकारी भी चिंतित

रिपोर्ट के मुताबिक, वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अल्पसंख्यकों के मन में असुरक्षा की भावना को लेकर चिंतित हैं। एसएसपी राजेश पांडे ने कहा कि हसन के दावों की जांच करने के बाद उसमें कुछ गलत नहीं मिला। उन्होंने कहा कि जब हसन को जीआरपी को सौंपा गया, वह रोने के साथ-साथ कांप रहा था और कह रहा कि वह एक साधारण इंसान है, उसने कुछ गलत नहीं किया।’

मुसलमानों पर लगातार हो रहे हैं हमले

गौरतलब है कि हरियाणा में गत 22 जून को ट्रेन में ईद की खरीदारी करने जा रहे एक युवक की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई, साथ ही उसी दिन पश्चिम बंगाल में कथित रूप से गाय की चोरी के आरोप में तीन लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। इसके अलावा झारखंड के रामगढ़ में तथाकथित गोरक्षकों द्वारा मोहम्मद अलीमुद्दीन अंसारी की हत्या कर दी गई। इस मामले में पुलिस ने बीजेपी के मीडिया प्रभारी नित्यानंद महतो को गिरफ्तार किया है।

हिंसा की कुछ बड़ी वारदातें

  • 22 जून को बल्लभगढ़ में ट्रेन से सफर कर रहे जुनैद नामक युवक की कथित तौर पर बीफ को लेकर हुए विवाद में हत्या कर दी गई। जबकि उसके दो भाइयों को घायल कर दिया।
  • 30 अप्रैल को असम के नागौन जिले के पास गाय चोरी के आरोप में दो मुस्लिमों की हत्या कर दी।
  • 1 अप्रैल को राजस्थान के अलवर में 50 वर्षीय पहलू खान की गोतस्करी के आरोप में स्वयंभू गोरक्षकों ने पीट-पीटकर हत्या कर दी गई।
  • 29 जून को प्रतिबंधित मांस ले जाने के आरोप में झारखंड में एक युवक को बेकाबू भीड़ ने पीट-पीट कर मार डाला।भीड़ ने सुबह साढ़े नौ बजे मनुआ-फुलसराय निवासी अलीमुद्दीन अंसारी को इतना पीटा कि अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो गई।
  • 26 जुलाई 2016 को मंदसौर स्टेशन पर बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने बीफ ले जाने के शक में दो मुस्लिम महिलाओं की बर्बर तरीके से पिटाई की थी।
Previous articleChinese media ups the ante, asks India to withdraw with dignity
Next articleबेंगलुरु के इस होटल ने हिंदू-मुस्लिम दंपति को कमरा देने से किया इनकार