मुंबई के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर शनिवार(8 जुलाई) देर रात विवाद खड़ा हो गया। दरअसल, यह घटना उस समय की है जब कथित तौर पर एक मुस्लिम यात्री एयरपोर्ट पर गैंगवे में बीच रास्ते में ही नमाज पढ़ने लगा। मुस्लिम यात्री की इस हरकत का कुछ यात्रियों ने विरोध किया।
दरअसल, NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, शनिवार रात एक यात्री ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि कुछ मुस्लिम यात्री एयरपोर्ट पर गैंगवे में बीच रास्ते पर ही नमाज पढ़ने बैठ गए। नमाज अदा करने वाले यात्रियों के पास सीआईएसएफ के जवान तैनात थे और वे अन्य यात्रियों को नमाजी यात्रियों से दूर हो कर आने-जाने के लिए कह रहे थे।
एयरपोर्ट पर नमाज मामले में एक यात्री ने आपत्ति उठाई है। यह आवाज विनीत गोयनका नाम के यात्री ने उठाई। जिसके बाद बाधा उत्पन्न होने के चलते कथित तौर पर गोयनका के अलावा कुछ अन्य यात्रियों ने भी विरोध किया। आपको बता दें कि मुंबई के अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर नमाजी व्यक्तियों के लिए नमाज पढ़ने की व्यवस्था की गई है।
बदतमीजी का लगाया आरोप
गोयनका का आरोप है कि एयरपोर्ट पर तैनात सीईएसएफ जवान एचएस रावत ने भी बदतमीजी की। उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट पर जब नमाज अदा करने के लिए अलग से रूम की व्यवस्था है तो किसी को बीच रास्ते में नमाज अदा करने क्यों दे रहे हो? अगर इन्हें अनुमति दे रहे हो तो मुझे भी पूजा की अनुमति दो?
साथ ही गोयनका ने यह भी आरोप लगाया कि एयरपोर्ट पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने दुर्व्यवहार किया और हिंदुओं के प्रति अपमानजनक टिप्पणी की। इसके बाद गोयनका ने एयरपोर्ट पर धरना प्रदर्शन शुरू किया। रिपोर्ट के मुताबिक, गोयनका अपनी पत्नी के साथ थे।
विनीत का आरोप है कि उनकी पत्नी ने जब धरना प्रदर्शन की तस्वीर को कैमरे में कैद करना चाहा तो जवान ने कैमरा छीनने की कोशिश की। गोयनका ने इसके खिलाफ शिकायत केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह को भी लेटर लिखा है। साथ ही सीआईएसएफ के स्थानीय प्रमुख को भी शिकायती आवेदन दिया है।
रिपोर्ट के अनुसार, गोयनका मुंबई से दिल्ली AI 101 फ्लाइट से जाने वाले थे। लेकिन उन्होंने रात 8 बजे से साढ़े 10 बजे तक धरना दिया। इसके चलते फ्लाइट छूट गई। उन्होंने सीआएसएफ ऑफिस में रिपोर्ट दर्ज कराई है। शिकायत दो सीआईएसएफ कर्मियों इंस्पेक्टर शशि कुमार और सब-इंस्पेक्टर एचएस रावत के खिलाफ दर्ज कराई है। हालांकि, अभी तक सीआईएसएफ का पक्ष सामने नहीं आया है।