प्रवर्तन निदेशालय ईडी ने धन शोधन मामले में विवादास्पद मांस निर्यातक मोईन अख्तर कुरैशी और अन्य के खिलाफ चल रही जांच के सिलसिले में कुरैशी को गिरफ्तार किया है।
न्यूज़ एजेंसी भाषा की ख़बर की मुताबिक, प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने बताया कि कुरैशी को पूछताछ के लिए बुलाये जाने के बाद कल देर रात गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने बताया कि मांस निर्यातक को धन शोधन रोकथाम कानून पीएमएलए के प्रावधानों के तहत गिरफ्तार किया गया है। उन्हें अब अदालत में पेश किया जाएगा। अधिकारी ने आरोप लगाया कि वह जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे।
पीएमएलए के तहत दो प्राथमिकियां दर्ज करने के बाद से एजेंसी कुरैशी के खिलाफ जांच कर रही है। उनसे पहले भी कई बार पूछताछ की जा चुकी है। इस साल उनके खिलाफ दायर नई प्राथमिकी में सीबीआई के पूर्व निदेशक ए पी सिंह का नाम भी शामिल है।
उन्होंने बताया कि कुरैशी को इसी मामले में गिरफ्तार किया गया है। इससे पहले, प्रवर्तन निदेशालय ने आयकर अभियोजक की शिकायत के आधार पर साल 2015 में कुरैशी के खिलाफ पीएमएलए के तहत प्राथमिकी दर्ज की थी।
ईडी ने एक बयान में कहा कि इसकी जांच में इन तथ्यों का पता चला कि कुरैशी की मिलीभगत से उच्च सार्वजनिक पदों पर आसीन कुछ व्यक्तियों की भी इनमें भूमिका है और इस तरह गैरकानूनी रूप से बड़ी मात्रा में धन की हेराफेरी की गयी।
निदेशालय को आयकर विभाग से बीबीएम ब्लैकबेरी मैसेंजर संदेशों के रूप में रिकॉर्ड मिले हैं, जिसमें खुलासा हुआ है कि कुरैशी ने अपने निजी प्रभाव का इस्तेमाल कर लोक सेवकों से अनुचित लाभ हासिल करने के लिये विभिन्न व्यक्तियों से भारी मात्रा में धन लिया है।